Lockdown In Gorakhpur: रात दस बजे से शुरू होगी सख्ती, चौराहों व सड़कों पर रहेगा पहरा- बाहर निकले तो कड़ी कार्रवाई
Lockdown In Gorakhpur गोरखपुर में शुक्रवार रात दस बजे सेे लॉकडाउन होने जा रहा है। इस दौरान चौराहों व सड़कों पर सख्त पहरा रहेगा।
गोरखपुर, जेएनएन। जिला प्रशासन एक बार फिर पूरी तरह से मुस्तैद हो गया है। शुक्रवार की रात 10 बजे से 13 जुलाई की सुबह पांच बजे तक के लिए शासन की तरफ से लागू पूर्ण बंदी का प्रशासन सख्ती से पालन कराएगा।
पेट्रोलिंग करगा प्रशासन, रात 10 बजे के बाद शुरू हो जाएगी सख्ती
डीएम के.विजयेन्द्र पांडियन ने बताया कि शुक्रवार की शाम साढ़े छह बजे से पेट्रोङ्क्षलग शुरू हो जाएगी। रात 10 बजे के बाद सख्ती होगी। हर सड़क-चौराहे पर पुलिस और प्रशासन के अफसर-कर्मचारी तैनात कर दिए जाएंगे। उनकी ड्यूटी लगा दी गई है। संपूर्ण बंदी को लेकर शुक्रवार को उन्होंने संबंधित विभागों की बैठक भी बुलाई है। बंदी के दौरान यदि कोई बेवजह घर से बाहर निकला, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे लोगों पर एफआइआर दर्ज होगी। रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट आने-जाने वाले यात्रियों को दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। इसके लिए रोडवेज और आरटीओ के माध्यम से दोनों ही जगह बसों और टैक्सी के इंतजाम कराए जाएंगे।
कार्ड ही होंगे पास
प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य और आपूर्ति विभाग के अलावा जरूरी सेवाओं की आपूर्ति से जुड़े विभाग ही खुले रहेंगे। यहां काम करने वाले कर्मचारियों के आइडी कार्ड ही उनके पास होंगे। इस दौरान साहबगंज, महेवा गल्ला मंडी समेत सभी बाजार बंद रहेंगे। सिर्फ सब्जी और फल की महेवा मंडी खुली रहेगी। वहां भी आम जनता को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
रसोई गैस की होम डिलीवरी होगी
रसोई गैस एजेंसी और गोदाम खुले रहेंगे, लेकिन उपभोक्ता वहां जाकर गैस सिलेंडर नहीं ले पाएंगे। एजेंसी संचालकों को होम डिलीवरी करनी होगी।
अखबार की गाडिय़ों पर रोक नहीं
डीएम ने बताया कि अखबार ले जाने वाली गाडिय़ों का संचलन पूर्व की ही तरह होगा, बशर्ते यह ध्यान रखना होगा कि चालक, परिचालक के अलावा वाहन में कोई और न हो।
व्यापारियों ने किया स्वागत
सरकार के इस फैसले का उद्यमियों एवं व्यापारियों ने स्वागत किया है। उनका कहना है कि जान की सुरक्षा करना अधिक जरूरी है। प्रतिबंध लागू करने के साथ ही सुरक्षा के मानकों का कड़ाई से पालन भी कराना होगा। व्यापारियों ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्र के उद्योगों को खोलने का निर्णय किया गया है, यह उचित है। जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं, उसे देखते हुए कुछ प्रतिबंधों की जरूरत है।