Move to Jagran APP

सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में कलश स्थापना कर की मां शैलपुत्री की उपासना

Maa Shailputri Puja शारदीय नवरात्र की प्रतिपदा को गोरखनाथ मंदिर में गोरक्षपीठाधीश्वर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंद‍िर में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मां भगवती की उपासना के लिए कलश स्थापना की। अनुष्ठान प्रथम देवी मां शैलपुत्री की आराधना आरती और क्षमा प्रार्थना के साथ संपन्न हुआ।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Thu, 07 Oct 2021 06:40 PM (IST)Updated: Fri, 08 Oct 2021 08:50 AM (IST)
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में कलश स्थापना कर की मां शैलपुत्री की उपासना
गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ त्रिशूल लेकर हुए रवाना। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : CM Yogi Adityanath in Gorakhpur: शारदीय नवरात्र की प्रतिपदा को गोरखनाथ मंदिर में गोरक्षपीठाधीश्वर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास के प्रथम तल पर शक्तिपीठ में गुरुवार की शाम वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मां भगवती की उपासना के लिए कलश स्थापना की। दो घंटे तक चला अनुष्ठान प्रथम देवी मां शैलपुत्री की आराधना, आरती और क्षमा प्रार्थना के साथ संपन्न हुआ। इसके पूर्व गोरखनाथ मंदिर में गोरक्षपीठाधीश्वर की अनुमति के बाद परम्परागत रूप से भव्य शोभायात्रा निकली।

loksabha election banner

सीएम योगी हैं नौ दिन के उपवास पर

सीएम योगी आदित्यनाथ शारदीय नवरात्र में परम्परागत रूप से इस बार भी नौ दिन के उपवास पर हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ गुरुवार की दोपहर सर्किट हाउस के हेलीपैड पर पहुंचे। यहां उन्होंने जिले के आला अधिकारियों के साथ विकास कार्यो की समीक्षा की। समीक्षा का यह कार्यक्रम काफी देर तक चला। यहां से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। स्नान करने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ कलश स्थापना के लिए तैयार हुए। उन्होंने मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ को गोरक्षपीठाधीश्वर ने परंपरागत रूप से अपने हाथों से शिवावतारी गुरु गोरक्षनाथ का त्रिशूल देकर रवाना किया। योगी कमलनाथ की अगुआई में साधु-संतों की कलश यात्रा मां दुर्गा के जयघोष के बीच भीम सरोवर पहुंची, जहां कलश भरने के बाद भीम सरोवर की परिक्रमा कर कलश यात्रा वापस शक्ति मंदिर में पहुंची। मंदिर के प्रधान पुरोहित आचार्य रामानुज त्रिपाठी एवं अन्य पुरोहितों ने निर्देशन में योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले मां दुर्गा, भगवान शिव और गुरु गोरखनाथ के शस्त्र त्रिशूल को प्रतिष्ठित करके गौरी-गणेश की आराधना की। पूजन के दौरान मुख्यमंत्री गोरक्षपीठाधीश्वर के परंपरागत वस्त्रों में दिखे।

अस्त्र-शस्त्र के साथ निकली कलश यात्रा, गूंजी नागफनी की ध्वनियां

मंदिर परिसर में निकली कलश यात्रा पूरी तरह परंपरागत ढंग से रही। काल-भैरव की आराधना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जैसे ही योगी कमलनाथ को अपने हाथों से त्रिशूल दिया। शोभा यात्रा की सुरक्षा के लिए अन्य साधु-संतों ने भी पीठ में मौजूद अस्त्रों-शस्त्रों को अपने हाथों में धारण कर लिया। आगे-आगे योगी कमलनाथ और उनके पीछे अस्त्र-शस्त्र लिए अन्य साधु संत। मंदिर के पुरोहित कलश लेकर चल रहे थे। घड़ी-घंट, शंख और नाथ संप्रदाय के विशेष वाद्ययंत्र नागफनी की गूंज के बीच कलश यात्रा भीम सरोवर पहुंची। भीम सरोवर में सभी अस्त्र-शस्त्र को स्नान करा, कलश भरने का अनुष्ठान पूरा हुआ। शंख ध्वनि एवं वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शोभायात्रा वापस शक्ति मंदिर पहुंची।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.