Move to Jagran APP

गोरखपुर में 50 हजार किसानों को नहीं मिल सका सम्‍मान निधि का लाभ, जानें क्‍या था कारण Gorakhpur News

पीएम पोर्टल पर अपलोड डाटा में नाम से दस्तावेजों का मिलान न होने के चलते 50 हजार किसानों का आवेदन वापस आ गया है। अब कृषि विभाग किसानों का डाटा ठीक कर दोबारा अपलोड कर रहा है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Mon, 16 Sep 2019 08:25 PM (IST)Updated: Mon, 16 Sep 2019 11:30 PM (IST)
गोरखपुर में 50 हजार किसानों को नहीं मिल सका सम्‍मान निधि का लाभ, जानें क्‍या था कारण Gorakhpur News
गोरखपुर में 50 हजार किसानों को नहीं मिल सका सम्‍मान निधि का लाभ, जानें क्‍या था कारण Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। जनपद के 3.32 लाख किसानों के खाते में भले ही सम्मान निधि भेजी जा चुकी है, लेकिन हजारों किसान ऐसे भी हैं जिनकी निधि नाम और पहचान के फेर में फंस गई है। पीएम पोर्टल पर अपलोड डाटा में नाम से दस्तावेजों का मिलान न होने के चलते इनका आवेदन वापस आ गया है। ऐसे किसानों की संख्या तकरीबन 50 हजार थी, जिसमें से कृषि विभाग कई किसानों का डाटा ठीक कर दोबारा अपलोड कर रहा है।

loksabha election banner

ऐसे किसानों के नाम से दस्तावेजों का मिलान नहीं हो सका

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत कृषि विभाग को किसानों का डाटा पीएफएमएसीए (पब्लिक फाइनेंसियल मैनेजमेंट सिस्टम) पोर्टल पर अपलोड करना था। विभाग ने पारदर्शी किसान सेवा पोर्टल पर पंजीकृत किसानों की सूची लेते हुए उनके आधार, बैंक पास बुक और खतौनी का सत्यापन कराकर पीएम पोर्टल पर अपलोड कर दिया। अपलोड डाटा में तकरीबन 50 हजार किसान ऐसे मिल गए, जिनके नाम से दस्तावेजों का मिलान नहीं हो सका और आवेदन वापस कर दिया गया।

दोबारा हो रहा अपलोड

कर्मचारियों का कहना था कि पारदर्शी किसान सेवा पोर्टल पर किसान पहले खुद ही अपना डाटा अपलोड करते थे। इसके चलते नाम और दस्तावेजों पर दर्ज नाम में अंतर आ गया।

उप निदेशक कृषि संजय सिंह ने बताया कि कई किसानों के नाम में अंतर होने के चलते डाटा वापस आ गया था, जिसे ठीक कराकर दोबारा पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है।

जनपद में किसानों की संख्‍या एक नजर में

कुल किसान       473096

लघु एवं सीमांत    455585

लाक डाटा         498734

पीएफएमएस डाटा  486480

भुगतान हुआ       332757


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.