Doctor's suggestion: ब्लोअर के सामने न बैठें, सूख जाएंगी आंखें फिर होगी परेशानी Gorakhpur News
नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. रजत कुमार दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम हेलो डाक्टर में मौजूद थे। फोन पर लोगों ने आंखों की समस्याओं के बारे में सवाल पूछे। डा. कुमार ने सभी को सटीक जवाब देकर संतुष्ट किया।
गोरखपुर, जेएनएन। ठंड के मौसम में आमतौर पर लोग ब्लोअर या हीटर लगाकर उसके पास बैठ जाते हैं। इससे आंखें सूख जाती हैं और पानी गिरने की समस्या आती है। इसके अलावा प्रदूषण व एलर्जी से भी बचें, इनकी वजह से भी आंखों की नमी चली जाती है और पानी गिरने लगता है। खुजली व जलन की समस्या भी हो सकती है। यह सलाह नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. रजत कुमार ने दी। वह दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम 'हेलो डाक्टर में मौजूद थे। फोन पर लोगों ने आंखों की समस्याओं के बारे में सवाल पूछे। डा. कुमार ने सभी को सटीक जवाब देकर संतुष्ट किया।
मरीजों के सवाल का डाक्टर ने दी जवाब
राप्तीनगर के सुषास सिंह का कहना है कि काफी दिन से आंख से पानी गिरता है। इस समय ज्यादा गिर रहा है। उन्हें बताया गया कि यदि चश्मा लगाते हैं तो हमेशा लगाए रहिए। आंख के डाक्टर से मिलकर नासूर की जांच करा लीजिए। इसी तरह से धनघटा से प्रमोद कुमार ने पूछा कि मेरी उम्र 36 साल है। शुगर भी है। दोनों पलकों के ऊपर छोटी सी गांठ दिख रही है। उन्हें सुझाव दिया गया कि शुगर से इसका कोई संबंध नहीं है। किसी डाक्टर से मिलकर पता कर लीजिए कि गांठ है या सिस्ट। यदि सिस्ट होगा तो आपरेशन करके निकालना पड़ेगा। वहीं बिछिया निवासी निशांत तिवारी का कहना है कि पत्नी को कोई भी चीज दो दिखती है। आंख में खुजली व दर्द भी होता है। डाक्टर ने उन्हें बताया कि किसी आंख के डाक्टर से संपर्क कीजिए। इस मामले में बिना देखे दवा नहीं बताई जा सकती। हड़हवा फाटक निवासी अखिलेश गुप्ता ने सवाल किया कि 15 दिसंबर को सीतापुर आइ हास्पिटल में आंख का आपरेशन कराया था। कब से काम शुरू कर सकता हूं। उन्हें बताया गया कि अभी दो सप्ताह और परहेज करें। इसके बाद काला चश्मा लगाकर काम कर सकते हैं।
यह सुविधा सिर्फ एम्स में
कौड़ीराम से अमरनाथ रावत ने कहा कि मेरा लड़का चश्मा लगाता है। इसे हटवाना चाहता हूं। उन्हें बताया गया कि इसके लिए लेसिक सर्जरी होती है। आमतौर सरकारी अस्पतालों में यह सुविधा नहीं होती। एम्स, दिल्ली में यह सुविधा है या निजी अस्पतालों में करवा सकते हैं। फुलवरिया से राघवेंद्र पांडेय से सवाल किया कि 1989 से ग्लूकोमा का मरीज हूं। दवा खाता हूं लेकिन टेंशन खत्म नहीं हो रही है। इसके लिए क्या उपाय है। उन्हें सुझाव दिया गया कि आंखों की टेंशन 16 से 20 तक होनी चाहिए। डाक्टर से मिलकर इसे 17 के नीचे ले आइए। बेतियाहाता निवासी आरपी सिंह ने सवाल किया कि शुगर का मरीज हूं। तीन-चार माह से आंखों से पानी गिर रहा है। उन्हें समझाया गया कि आंख के डाक्टर को दिखाकर परामर्श लें। हीटर व ब्लोअर के सामने न बैठें। इसी तरह से बेतियाहाता निवासी रामाश्रय राय ने कहा कि मुझे ब्लड प्रेशर है। सुबह सोकर उठने पर आंख में दर्द होने लगता है। उन्हें बताया गया कि ब्लड प्रेशर बढऩे से भी यह होता है। किसी फिजिशियन से मिलकर बीपी नियंत्रित कराएं। पोखरी गांव निवपासी संजय कुमार ने कहा कि दो साल पहले आंख का आपरेशन हुआ था। इस समय दर्द हो रहा है। तो उन्हें बताया गया कि आंख के डाक्टर को दिखा लें। बेलीपार से राम हजूर पांडेय का कहना था कि 10 मीटर दूर से साफ दिखाई नहीं पड़ता है। पहचान नहीं पाता हूं कि कौन आ रहा है। उन्हें बताया गया कि यह मोतियाबिंद का लक्षण है। किसी आंख के डाक्टर को दिखा लें।