तीन दिन में 50 हजार लोगों की कोरोना जांच नहीं हुई तो मतगणना पर संकट, प्रशासनिक महकमा में हड़कंप
गोरखपुर में दो मई को मतगणना होनी है। इसके लिए जिला प्रशासन ने सभी उम्मीदवारों व एजेंटों को तीन दिन के अंदर की कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट के साथ आने को कहा है। जांच कराकर निगेटिव रिपोर्ट ले आने वालों को ही मतगणना स्थलों में प्रवेश दिया जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। पंचायत चुनाव की मतगणना के पहले उम्मीदवारों और एजेंटों की कोरोना जांच से अफरातफरी मच सकती है। तीन दिन में 50 हजार से ज्यादा लोग जांच के लिए केंद्रों पर पहुंचे तो संक्रमण के लक्षण वालों की जांच तो प्रभावित होगी ही, उम्मीदवारों व एजेंटों के भी संक्रमण की चपेट में आने की आशंका बढ़ जाएगी।
दो मई को है मतगणना
गोरखपुर में दो मई को मतगणना होनी है। इसके लिए जिला प्रशासन ने सभी उम्मीदवारों व एजेंटों को तीन दिन के अंदर की कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट के साथ आने को कहा है। यानी 29, 30 अप्रैल और एक मई को जांच कराकर निगेटिव रिपोर्ट ले आने वालों को ही मतगणना स्थलों में प्रवेश दिया जाएगा। ऐसी स्थिति में तीन दिनों तक शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए जांच केंद्रों पर भारी संख्या में लोगों को जांच के लिए पहुंचने की संभावना है।
24 हजार 759 प्रत्याशी हैं
जिले में ग्राम पंचायत सदस्य पद के 6893, प्रधान के 8822, क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के 8175 और जिला पंचायत सदस्य पद के 869 उम्मीदवार हैं। कुल 24 हजार 759 प्रत्याशी हैं। प्रत्याशी और इनके सिर्फ एक-एक एजेंटों को ही जाेड़ लें तो संख्या तकरीबन 50 हजार हो जाएगी।
हजारों कर्मी भी होंगे मौजूद
मतगणना कार्य में हजारों कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाई जा रही है। यानी एक स्थान पर एक ही समय में सैकड़ों लोगों की भीड़ रहेगी। ऐसे में कोरोना का संक्रमण फैलने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है।
सतर्कता के बीच कोरोना की जांच कराई जाएगी। स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच का समय बढ़ाने पर भी विचार चल रहा है। एजेंटों की संख्या कम करने पर भी मंथन चल रहा है। - के. विजयेंद्र पाण्डियन, जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी।
दो लाख 75 हजार से अधिक लोग हुए काेरोना से सुरक्षित
कोरोना को कमजोर करने के लिए चल रहे कोविड टीकाकरण अभियान में अभी तक 275273 लोगों को टीका लगाकर इस महामारी से सुरक्षित किया जा चुका है। एक मई से चलने वाले अभियान में 18 वर्ष से ऊपर के लगभग 20 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष् य रखा गया है। इसके साथ ही बचाव के नियम रोकथाम के इस उपाय को और प्रभावी बनाएंगे। जिले में गत 16 जनवरी से कोविड टीकाकरण शुरू हुआ।
शुरुआत में सप्ताह में केवल दो दिन- गुरुवार व शुक्रवार को टीका लगाया जाता था। लेकिन अधिक से अधिक लोगों को कोरोना से सुरक्षित करने के उद्देश्य से रविवार को छोड़कर अन्य दिनों सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण शुरू कर दिया गया है। कोरोना संक्रमण फैलने के साथ ही लोग टीकाकरण के प्रति जागरूक हुए हैं और स्वेच्छा से आगे बढ़कर टीका लगवा रहे हैं।