अफसर सख्त हुए तो चार घंटे में हजार घरों तक पहुंचा पानी
गोरखपुर के कई मोहल्लों में पेयजल आपूर्ति की चार दिन पुरानी समस्या का चार घंटे में समाधान हो गया। जलभराव का हवाला देकर अफसर पंप हाउस नहीं चला पा रहे थे। दैनिक जागरण में पानी की आपूर्ति न होने की खबर प्रकाशित हुई तो जिम्मेदारों पर अफसर टाइट हुए।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर के रुस्तमपुर वार्ड में पानी की आपूर्ति की चार दिन पुरानी समस्या का चार घंटे में समाधान हो गया। जलभराव का हवाला देकर अफसर पंप हाउस नहीं चला पा रहे थे। दैनिक जागरण में पानी की आपूर्ति न होने की खबर प्रकाशित हुई तो जलकल के जिम्मेदारों पर अफसर टाइट हुए। इसके बाद आनन-फानन चार घंटे में पंप हाउस से पानी निकालकर आपूर्ति शुरू कर दी गई। एक हजार से ज्यादा घरों तक पानी पहुंचा तो नागरिकों ने दैनिक जागरण का आभार जताया।
यह थी समस्या
महेवा वार्ड में स्थापित पंप हाउस से रुस्तमपुर वार्ड के नहर रोड, बुद्धनगर, साकेत नगर, चिलमापुर, आजादनगर आदि मोहल्लों में पानी की आपूर्ति होती है। बुधवार रात से दो दिन हुई बारिश के बाद पंप हाउस में पानी भर गया। इससे पंप हाउस तक आपरेटर नहीं जा पा रहा था। पंप न चलने के कारण पानी की आपूर्ति ठप हो गई थी। पार्षद कंचनलता सिंह जलकल के अफसरों से लगातार शिकायत करती रहीं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जलकल के महाप्रबंधक एसपी श्रीवास्तव ने बताया कि चिलमापुर, खोया मंडी और फुलवरिया के पंप जलभराव के कारण नहीं चल रहे थे। चिलमापुर और फुलवरिया के पंप शनिवार को शुरू करा दिए गए थे। रविवार को खोया मंडी का पंप भी शुरू करा दिया गया। नागरिकों की सहूलियत के लिए नहर रोड, चिलमापुर रोड, मेहंदी लान, पूर्व पार्षद रामदयाल के घर के पास, बेतियाहाता दक्षिणी के दुर्गा मंदिर के पास टैंकर लगाया गया था।
पानी में घुसकर पंप हाउस तक पहुंचे अभियंता
अफसरों ने तत्काल पानी की आपूर्ति शुरू कराने के निर्देश दिए तो अपर नगर आयुक्त राधेश्याम सिंह, जलकल के महाप्रबंधक एसपी श्रीवास्तव, अभियंताओं और कर्मचारियों की टीम के साथ पंप हाउस पहुंचे। पानी में घुसकर अभियंता पंप हाउस के अंदर गए और पानी निकालने की व्यवस्था कराई। शाम को पानी की आपूर्ति शुरू हुई तो नागरिकों ने खुशी जताई। पार्षद कंचनलता सिंह ने बताया कि नगर आयुक्त अविनाश सिंह के निर्देश पर शनिवार को वार्ड में दो टैंकर भेजे गए थे।
रुस्तमपुर वार्ड के नागरिकों की परेशानी तत्काल दूर करने के निर्देश दिए गए थे। अफसरों और कर्मचारियों ने काफी प्रयास कर जलभराव दूर कराया और पानी की आपूर्ति शुरू कराई। नागरिकों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। - अविनाश सिंह, नगर आयुक्त।
निकलने लगा पानी, नागरिकों की दूर हो रही परेशानी
दो दिन हुई बारिश के बाद जलभराव से जूझ रहे शहर के नागरिकों की परेशानी दूरी होने लगी है। रविवार को शहर के कई इलाकों से पानी निकालने का काम तेज होने से नागरिकों ने राहत की सांस ली। हालांकि ज्यादातर इलाकों में अब भी जलभराव है। सिंघडिय़ा इलाके के वसुंधरानगर में जलभराव में कमी आयी है। हालांकि रेलवे की पुलिया के नीचे से तेज गति से आ रहा पानी मुसीबत बढ़ा रहा है। यह पानी आदर्शनगर से नंदानगर तक जाने वाली सड़क पर ओवरफ्लो कर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के बगल से गुजर रहे नाले में जा रहा है।
गोरक्षनगर में सड़क पर बह रहे पानी में रविवार को कमी आयी है लेकिन लगातार बहाव से नागरिक परेशान हैं। नागरिकों का आरोप है कि सांसद का आवास होने के बाद भी अफसर जलनिकासी की स्थाई व्यवस्था की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। खाले टोल के प्रेमनगर, कृष्णानगर आदि मोहल्लों में जलभराव में कमी आ रही है। यहां सुदर्शन, कोमल, लालजी, कन्हई राजभर के घर में पानी है।
उपसभापति और पार्षदों ने देखी व्यवस्था
नगर निगम के उपसभापति ऋषि मोहन वर्मा के नेतृत्व में पार्षदों ने रविवार को सिंघडिय़ा, खाले टोला आदि इलाकों में जलभराव की स्थिति देखी। ऋषि मोहन वर्मा ने बताया कि सिंघडिय़ा, गिरधर गंज, रानीडीहा, देवरिया बाइपास रोड, खोराबार, खाले टोला आदि इलाकों में नगर निगम प्रशासन ने पानी निकालने के बेहतर इंतजाम किए हैं। जेसीबी से नालों की खोदाई कर पानी निकाला जा रहा है। खाले टोला में तकरीबन छह सौ मीटर लंबा नाला खोदकर पानी तुर्रा नाले में भेजने का काम तेजी से चल रहा है।
नगर निगम ने चलाया सैनिटाइजेशन और फागिंग अभियान
नगर निगम की टीम ने रविवार को भी सैनिटाइजेशन और फागिंग अभियान जारी रखा। जलभराव से मुक्त होने वाले इलाकों में खास तौर से मैलाथियान और चूना का छिड़काव कराया गया। नगर आयुक्त ने बताया कि सोडियम हाइपो क्लोराइट के घोल से शहर को लगातार सैनिटाइज कराया जा रहा है। जलभराव वाले इलाकों में क्लोरीन की गोलियां बांटी जा रही हैं।