दुष्कर्म के आरोपितों की पहचान करना पुलिस के लिए चुनौती
गोरखपुर : किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस को सबसे ज्यादा आरोपितों के पहचान का संकट
गोरखपुर : किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस को सबसे ज्यादा आरोपितों के पहचान का संकट है। आरोपितों को न तो किशोरी पहचान सकती है और न ही उसके पिता और भाई। पुलिस इसे लेकर काफी परेशान नजर आ रही है।
वाकया बस्ती जिले के नगर थाना क्षेत्र का है। 12 साल की किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती अभियुक्तों की पहचान करना है। पुलिस के अनुसार आरोपित 18 से 20 साल के बीच के हैं। एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर पुलिस के साथ ही क्राइम ब्रांच की स्वाट टीम को भी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगाया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने नगर थाने और घटना स्थल का जायजा लिया। साथ पीड़िता, उसके छोटे भाई और पिता से अलग-अगल बात की। घटना के संबंध में उनसे ¨बदुवार पूछताछ की। मामले में एक भी आरोपित की शिनाख्त न होने के कारण पुलिस के लिए यह मामला चुनौतीपूर्ण है। पीड़िता और उसके पिता द्वारा भोर में अंधेरा होने के कारण किसी भी आरोपित को न पहचानने से मामला पेचीदा हो गया है। अचानक बाइक से तीन युवकों का मौके पर पहुंचना और बालिका के पास पहुंचकर उसे जबरन बाइक पर बैठा ले जाना पुलिस के गले नहीं उतर रहा है, मगर सामूहिक दुष्कर्म की घटना से पुलिस इंकार नहीं कर रही है। युवक कौन थे, कहां से आए यह नहीं पता चल सका, मगर इतना जरूर है कि उन्हें वहां की पूरी स्थलीय जानकारी थी। पुलिस को बालिका का मोबाइल भी रास्ते में फेंका हुआ मिला है, जिसकी पुलिस जांच कर रही है। पुलिस उसकी काल डिटेल खंगाल रही है। एसपी दिलीप कुमार ने बताया कि इस सनसनीखेज मामले में शामिल आरोपितों की पहचान कर पुलिस उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लेगी। नगर पुलिस की कई टीमें आरोपितों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए लगा दी गई हैं। इसके साथ क्राइम ब्रांच की स्वाट टीम को लगाया गया है।
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यह था मामला
बस्ती जिले के नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले एक व्यक्ति ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि रविवार की रात से उसकी 12 वर्षीय बेटी के पेट में दर्द हो रहा था। दर्द से कराह रही बेटी को सोमवार की भोर में साइकिल पर बैठाकर दवा कराने प्रतापपुर चौराहे पर एक प्राइवेट चिकित्सक के पास गए। साथ में छोटा बेटा भी था। उनके न मिलने पर वह सिसवारी गांव के एक प्राइवेट चिकित्सक के पास जाने लगा। प्रतापपुर चौराहे से बमुश्किल सौ कदम ही वह आगे बढ़े थे कि बेटी ने शौच की बात की। पिता बेटे के साथ वहीं खड़ा हो गया और बेटी को कुछ दूर पर झाड़ के पास भेजा। इसी बीच एक बाइक पर तीन युवक आए और उन्होने उनकी बेटी को जबरन बाइक पर बैठा लिया। उसकी चीख सुनकर बचाने दौड़े पिता और भाई को युवकों ने धक्का देकर गिरा दिया। इसके बाद तीनों उनकी बेटी को बाइक पर बैठा कर भाग निकले। घटना की सूचना डायल 100 को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस को पिपरागौतम गांव के पास सड़क पर बालिका बदहवाश स्थिति में मिली। उसने पिता और पुलिस को बताया कि उन युवकों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया है।