काश, हर समय चुनाव की तरह ही रहता गांवों का माहौल
संतकबीर नगर पंचायत चुनाव में उम्मीदवार जीतने के लिए हर हथकंडा अपना रहे हैं। नए-नए रिश्ते निकल रहे हैं। चाची-चाचा बाबा-दादी और भाई-भतीजा सभी को सुबह-शाम नमस्कार मिल रहा है। हर कोई रिश्तों के नाम से पुकारा जा रहा है।
संतकबीर नगर: पंचायत चुनाव में उम्मीदवार जीतने के लिए हर हथकंडा अपना रहे हैं। नए-नए रिश्ते निकल रहे हैं। चाची-चाचा, बाबा-दादी और भाई-भतीजा सभी को सुबह-शाम नमस्कार मिल रहा है। हर कोई रिश्तों के नाम से पुकारा जा रहा है। खातिरदारी भी खूब हो रही है। हर कोई कह रहा है कि काश, हर समय गांवों का माहौल ऐसे ही बना रहता।
चुनावी दौर में उम्मीदवारों व उनके समर्थकों द्वारा सभी को यथोचित सम्मान देने के साथ ही आयु के अनुसार रिश्तों से पुकारा जा रहा है। घरों में जाकर भी रिश्तों की डोर से सभी को जोड़ने का प्रयास चल रहा है। यह बात सभी को ठीक लग रही है। भले ही इसके पीछे वोट हासिल करने की मंशा छिपी है, परंतु मर्यादित आचरण की सराहना हो रही है। मेंहदावल के भिटिया खुर्द निवासी जाह्नवी प्रसाद मणि त्रिपाठी, बेलौली निवासी प्रेमचंद्र त्रिपाठी, सिक्टौर निवासी राजाराज यादव आदि ने कहा कि इसी प्रकार की परंपरा हर समय गांवों में बनी रहे तो क्या कहना। इन लोगों ने कहा कि अनुचित साधनों के दबाव में वोट करना गलत बात है। सभी को प्रयास करना चाहिए कि सम्मान देने वालों व विकास की बात करने वालों के पक्ष में ही मतदान किया जाय। ऐसा करने से आने वाले समय में शराब, धन और साड़ी-कपड़ों का प्रयोग करके चुनाव को प्रभावित करने की परंपरा पर रोक लगने के साथ ही भाईचारा का वातावरण भी बनेगा।
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हाईलाइटर
पंचायत चुनाव में रिश्तों की डोर में एक दूसरे को बांधने का हो रहा प्रयास
जीतने के लिए उम्मीदवार कर रहे हर संभव कोशिश
प्रत्याशियों के मर्यादित आचरण से मतदाता प्रभावित