Move to Jagran APP

पति ने हादसे में गंवाई थी जान, पीएफ ने दिया आशा को सम्मान से जीने का मौका

मृतक के परिवार की आर्थिक स्थिति व अन्य समस्याओं को देखते हुए क्षेत्रीय आयुक्त ईपीएफओ अभयानंद तिवारी ने इस दिशा में सार्थक पहल की। परिवार को आगरा न जाना पड़े और घर बैठे समस्त देयकों का भुगतान हो जाए।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 05:28 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 05:28 PM (IST)
पति ने हादसे में गंवाई थी जान, पीएफ ने दिया आशा को सम्मान से जीने का मौका
पति की मौत के बाद ईपीएफओ अधिकारियों ने किया पीएफ का भुगतान। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, प्रभात कुमार पाठक। आगरा की कंपनी एमएस सर्विसेज के जरिये मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर में कार्यरत जिले के सहजनवा के पटखौली चौराहा निवासी संतोष कुमार सिंह ने कोरोना से तो जंग जीत ली, लेकिन पिछले दिनाें सड़क दुर्घटना में मौत से जिंदगी हार गए। पति के गुजरने के बाद पत्नी आशा सिंह के सामने अपने दोनों बच्चों की पढ़ाई व दो जून की रोटी के साथ जीवन-यापन का संकट खड़ा हो गया था। मनोबल टूट चुका था, किसी प्रकार की कोई आय सुरक्षित नहीं थी।

loksabha election banner

क्षेत्रीय कार्यालय आगरा में जमा होता था ईपीएफओ का अंशदान

उनके जरिये कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) कार्यालय को इस पूरे प्रकरण की जानकारी हुई। हालांकि उनका जीपीएफ क्षेत्रीय कार्यालय आगरा में जमा होता था, लेकिन इस बारे में संतोष के परिवार को जानकारी न होने व कोई सहायता करने वाला नहीं होने के कारण उन्हें अभी तक इसका लाभ प्राप्त नहीं हुआ था।

क्षेत्रीय आयुक्‍त भविष्‍य निधि ने किया प्रयास

परिवार के सामने सबसे बड़ी समस्या थी कि पीएफ एवं बीमा का भुगतान क्षेत्रीय कार्यालय आगरा से होना था। यह तब तक संभव नहीं था जब तक मृतक के समस्त अभिलेख एवं मूल आवेदन ईपीएफओ कार्यालय आगरा में जमा न हो जाए। मृतक के परिवार की आर्थिक स्थिति व अन्य समस्याओं को देखते हुए क्षेत्रीय आयुक्त अभयानंद तिवारी ने इस दिशा में सार्थक पहल की। परिवार को आगरा न जाना पड़े और घर बैठे समस्त देयकों का भुगतान हो जाए।

क्षेत्रीय आयुक्‍त आगरा से बात कर दूर कराई बाधा

इसके लिए पहले तो उन्होंने वहां के क्षेत्रीय आयुक्त आगरा विनीत गुप्ता से बात की और दावा के भुगतान से संबंधित सभी प्रक्रियागत बाधाओं को दूर कराते हुए आवेदन पत्र एवं सभी अभिलेख स्कैन कर स्वयं कार्यालय के ई-मेल के जरिये ईपीएफओ आगरा कार्यालय भेजा। क्षेत्रीय आयुक्त ने भी इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए जीपीएफ एवं बीमा की राशि मृतक की पत्नी के खाते में स्थानांतरित किया।

पेंशन की कार्रवाई पूरी, घर जाकर सौंपा गया कागजात

मृतक संतोष सिंह की पत्नी आशा सिंह एवं उनके दो बच्चों अभिनव व अंश का पेंशन भुगतान ईपीएफओ क्षेत्रीय कार्यालय गोरखपुर से होना है। ऐसे में ईपीएफओ कार्यालय आगरा से प्राप्त विवरण के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए क्षेत्रीय आयुक्त अभायानंद तिवारी ने कागजात तैयार कराया। इसकी प्रति कार्यालय के लेखाधिकारी एसएस माैर्या को सहजनवा भेजकर मृतक की पत्नी व बेटे को हस्तगत कराया। आशा के मुताबिक उन्हें कभी उनके पति ने पीएफ के बारे में कुछ नहीं बताया था। न ही इससे मिलने वाले लाभ के बारे में उन्होंने दूर-दूर तक सुना था। मगर ईपीएफओ कार्यालय के अधिकारियों के सकारात्मक प्रयास से उन्हें दोबारा जीने की हिम्मत मिल सकी है।

खुद कोरोना संक्रमित रहकर भी की मदद

ईपीएफओ के क्षेत्रीय आयुक्त अभयानंद तिवारी इन दिनों कोरोना संक्रमित हैं। फिर भी वह कार्यालय के जरूरी कामकाज निपटा रहे हैं। यह प्रकरण के दौरान वह सक्रिय रहे और मृतक के परिवार को पीएफ, बीमा व पेंशन से संबंधित लाभ घर बैठे उपलब्ध कराया।

दावों का निस्‍तारण हमारी सर्वोच्‍च प्राथमिकता

क्षेत्रीय आयुक्‍त ईपीएफओ अभयानंद तिवारी ने बताया कि मृतक दावाें का त्वरित निस्तारण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। इस संदर्भ में किसी भी प्रकार की सहायता के लिए संबंधित परिवार मुझसे सीधा संपर्क कर सकता है। ईपीएफओ कार्यालय की ओर से मैं स्वयं लाभार्थियों की समस्याएं सीधे सुनता हूं, कोशिश रहती है समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.