माननीयों की गाड़ी से हवा निकालने पर हंगामा Gorakhpur News
महापौर की ओर से बुलाई गई बैठक के बाद जब माननीय बाहर निकले तो पता चला उनकी गाडिय़ों के पहिए से हवा गायब है। इसके बाद जमकर हंगामा हुआ।
गोरखपुर, जेएनएन। वार्डों के माननीय गुरुवार को नगर निगम परिसर में ही बेआबरू हो गए। निगम के प्रवर्तन बल के जवानों ने माननीयों के गाडिय़ों की हवा निकाल दी। महापौर की ओर से बुलाई गई बैठक के बाद जब माननीय बाहर निकले तो पता चला उनकी गाडिय़ों के पहिए से हवा गायब है। इसके बाद जमकर हंगामा हुआ। स्थिति बिगड़ती देख नगर आयुक्त ने नगर निगम के कमर्चारियों को भेजकर सभी के वाहनों में हवा भरवाया। साथ ही आश्वासन भी दिया कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
डिटेल पूछने पर पार्षद से हुई कहासुनी
नगर निगम के प्रवेश द्वार पर गुरुवार से शुरू हुई जांच को लेकर पहले दिन ही बवाल हो गया है। निगम परिसर में आने वाले लोगों की डिटेल पूछने के दौरान एक पार्षद से ही प्रवर्तन बल के जवानों से कहा सुनी हो गई। इसके बाद प्रवर्तन बल के जवानों ने कई पार्षदों के वाहनों के पहिये की हवा निकाल दी। इस घटना से पार्षद भौचक्के रह गए।
महापौर की बैठक में शामिल होने नगर निगम पहुंचे थे पार्षद
हर वार्ड में एक बैट्री चालित स्प्रे मशीन उपलब्ध कराने के लिए महापौर ने पार्षदों की बैठक बुलाई थी। इसमें शामिल होने के लिए ही अधिकांश पार्षद नगर निगम पहुंचे थे। घटना से नाराज उपसभापति अजय राय ने कहा कि प्रवर्तन बल के जिन सदस्यों ने पार्षदों की गाडिय़ों का हवा निकाला है, उनको चिह्नित का एक्शन लिया जाएगा।
पार्षद जियाउल इस्लाम से हुई कहासुनी
मुफ्तीपुर के पार्षद व पूर्व उपसभापति जियाउल इस्लाम को प्रवर्तन बल के जवानों ने गेट पर रोककर डिटेल पूछना शुरू कर दिया। नाम, मोबाइल नंबर व निगम आने का कारण बताने के बाद जब इस्लाम से यह पूछा गया कि वे कितने दिनों से पार्षद हैं, तो उन्होंने इस पर आपत्ति जताई। बात कहासुनी तक पहुंच गई। कहासुनी के बाद जवानों ने इसकी जानकारी प्रवर्तन बल के प्रभारी सेवानिवृत्त कर्नल सीपी सिंह को दी। प्रभारी जब तक मौके पर पहुंचते पार्षद बैठक में शामिल होने जा चुके थे। इसके बाद जवानों ने पार्षदों की गाडिय़ों से हवा निकालनी शुरू कर दी। बैठक के खत्म होने के बाद पार्षद जब बाहर निकले तो हैरान रह गए। इस बात को लेकर प्रवर्तन दल के प्रभारी और जियाउल इस्लाम के बीच कहासुनी भी हुई।
खराब व्यवस्था से बिगड़ी स्थिति
निगम परिसर में बाहरी लोगों को आने से रोकने के लिए कई महीने से तैयारी चल रही थी। तय हुआ था कि पार्षदों तथा नगर निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों को वाहन पास जारी करने के बाद इसे लागू किया जाए, लेकिन व्यवस्था लचर ही रही। यही वजह रही कि पहले ही दिन बवाल हो गया। अधिकांश पार्षदों ने इसकी शिकायत महापौर व नगर आयुक्त से की है। नगर निगम ने न तो वाहन पास जारी किया और न ही यह तय किया पार्षदों, कर्मचारियों तथा निगम कार्यालय में आने वाले लोग वाहन कहा पर खड़ा करेंगे।
जिम्मेदारों के खिलाफ होगी कार्रवाई
इस संबंध में महापौर सीताराम जायसवाल ने कहा कि पार्षदों के साथ जो हुआ, वह निंदनीय है। पार्षदों के साथ किसी तरह की बदसुलूकी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए जो भी जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।