Coronavirus : एक्स-रे के लिए भटक रहे होम आइसोलेट मरीज Gorakhpur News
गोरखपुर में होम आइसोलेट किए गए कोरोना के मरीज एक्स रे के लिए भटक रहे हैं। पैथालॉजी केंद्र उनका एक्स रे नहीं कर रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना के होम आइसोलेट मरीजों के सामने गंभीर संकट खड़ा हो गया है। खांसी आने पर यदि वे एक्सरे कराना चाहते हैं, तो कोरोना पॉजिटिव होने के चलते केंद्र संचालक उनकी मदद को राजी नहीं हैं। कोविड अस्पताल भी केवल भर्ती मरीजों का ही एक्सरे व अन्य जांच कर रहे हैं।
होम आइसोलेट मरीजों की निगरानी के लिए डॉक्टरों की पूरी टीम लगाई गई है, लेकिन हर घर तक डॉक्टर या स्वास्थ्य कर्मी नहीं पहुंच पा रहे हैं। यदि किसी मरीज की तबीयत खराब हुई, तो उसके पास कंट्रोल रूम में फोन करने या एंबुलेंस बुलाकर कोविड अस्पताल जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। ज्यादातर मामलों में 108 पर फोन करने के बाद टीम आती है और मरीज को दवा देकर चली जाती है। उसे भर्ती नहीं कराया जाता है। ऐसे मरीज को किसी निजी चिकित्सक ने फोन पर एक्सरे करा लेने का परामर्श दे दिया, तो वह भी नहीं हो पा रहा है। बेतियाहाता निवासी संजय अग्रवाल के साथ ऐसा ही हुआ। उनके बड़े भाई की कोरोना से मौत हो गई। पूरे परिवार की जांच कराई गई। नौ लोग पॉजिटिव मिले। सभी होम आइसोलेट हैं। उनमें से दो की तबीयत हल्की खराब हुई, तो निजी चिकित्सक ने उन्हें एक्सरे कराने की सलाह दी। संजय दो दिन से घूम रहे हैं, लेकिन कोई केंद्र उनका एक्सरे नहीं कर रहा है। वह निजी कोविड लेवल टू व थ्री अस्पतालों में भी गए, लेकिन कहा गया कि यहां केवल भर्ती मरीजों का ही एक्सरे होता है। उनकी समझ में नहीं आ रहा कि वे एक्सरे कहां कराएं। उनके जैसे सैकड़ों मरीज होम आइसोलेट हैं। यह समस्या उनके साथ भी है।
बिना लक्षण वाले मरीजों को ही होम आइसोलेट होने की सुविधा दी गई है। हमारे प्रभारी व स्वास्थ्य टीमें लगातार उनके संपर्क में हैं। मरीजों को कंट्रोल रूम का नंबर उपलब्ध कराया गया है। कोई दिक्कत होती है, तो तत्काल उन्हें फोन करना चाहिए। उनकी सारी व्यवस्था कराई जाएगी। - डॉ.एनके पांडेय, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी