¨हदी के राष्ट्रभाषा न होने में तंत्र जिम्मेदार
आज हम हिंदी दिवस मना रहे हैं। जबकि नौकरी पाने का माध्यम नहीं बन पाई हिंदी। इसके लिए सिर्फ तंत्र ही जिम्मेदार है।
गोरखपुर, (जेएनएन)। संविधान सभा द्वारा 14 सितंबर 1949 को ¨हदी को राजभाषा घोषित किया गया। आज 60 दशक व्यतीत होने के बाद भी तंत्र द्वारा अंग्रेजी को अहमियत देने से आम जन ¨हदी के प्रयोग से विरत होता गया, क्योंकि ¨हदी नौकरी प्राप्ति की सीढ़ी नहीं बन पाई।
यह बातें संस्कृत विभाग, गोरखपुर विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष डॉ. बनारसी त्रिपाठी ने कही। वह यहां पूर्वाचल बैंक के प्रधान कार्यालय में ¨हदी दिवस पर आयोजित संगोष्ठी को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
अध्यक्षीय संबोधन में बैंक के चेयरमैन एके सिन्हा ने ¨हदी के प्रसार में उपभोक्तावाद, बाजारवाद व ¨हदी सिनेमा के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमारी भावनाओं की सशक्त अभिव्यक्ति व सपनों की परिपक्वता मातृभाषा में ही हो सकती है।
महाप्रबंधक वीपी त्रिपाठी, अशोक कुमार मिश्र, विभास कुंवर श्रीवास्तव ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर राजभाषा माह में आयोजित प्रतियोगिताओं के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। संचालन वरिष्ठ प्रबंधक जेएन त्रिपाठी व धन्यवाद ज्ञापन राजभाषा अधिकारी जुबेर अहमद ने किया। इस अवसर पर सहायक महाप्रबंधक एपी श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
विश्व पटल पर लहरा रहा ¨हदी का परचम
बैंक के आंचलिक कार्यालय में ¨हदी दिवस पर आयोजित संगोष्ठी को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए भारतीय स्टेट बैंक के डीजीएम पीसी बरोड़ ने कहा कि आज विश्व पटल पर हिंदी का परचम लहरा रहा है। चीनी, स्पैनिश, अंग्रेजी के बाद विश्व की चौथी लोकप्रिय भाषा के रूप में ¨हदी विराजमान हो गई है। ऐसा इसलिए भी हो पाया है क्योंकि आज हिंदी तेजी से व्यवसाय की भाषा बनती जा रही है।
कार्यक्रम संयोजन प्रबंधक राजभाषा राजीव रंजन प्रकाश ने किया। इस अवसर पर सहायक महाप्रबंधक शैलेन्द्र कुमार, कौशल किशोर साहू, राजेश चौधरी, मुख्य प्रबंधक प्रसून कुमार, शमशाद अहमद, प्रमोद कुमार, रंजना कुमारी, संजय कुमार आदि उपस्थित थे।
¨हदी में कार्य करने की ली शपथ
उधर इलाहाबाद बैंक की सिविल लाइंस शाखा में ¨हदी दिवस पर आयोजित गोष्ठी बैंक कर्मियों ने ¨हदी में कार्य करने की शपथ ली। उप महाप्रबंधक आनंद कृष्ण ने गृहमंत्री व वित्त मंत्री भारत सरकार तथा बैंक के कार्यपालक निदेशक द्वारा जारी संदेश पत्र को पढ़कर सुनाया। इस अवसर पर अनेक प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। सहायक महाप्रबंधक प्रेम कुमार भट्ट ने अधिक से अधिक ¨हदी का प्रयोग करने के लिए बैंक कर्मियों को प्रेरित किया। धन्यवाद ज्ञापन मुख्य प्रबंधक अजय प्रकाश ने किया। इस अवसर पर मुख्य प्रबंधक संजीव दुआ, अरुन कुमार सहित अनेक लोग उपस्थित थे।