हाई रिस्क जोन घोषित हुआ राजघाट, अंत्येष्टि स्थल पर अब केवल एक व्यक्ति को ही जाने की अनुमति Gorakhpur News
गोरखपुर के राजघाट के अंत्येष्टि स्थल पर अब केवल शव को मुखाग्नि देने वाले या स्वजन ही जा सकेंगे। निगम प्रशासन का कहना है कि जहां पर कोविड संक्रमित शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा है वहां भी लोग अनावश्यक रूप से पहुंच जा रहे थे।
गोरखपुर, जेएनएन। नगर निगम प्रशासन ने राजघाट स्थित बाबा मुक्तेश्वरनाथ अंत्येष्टि स्थल को हाई रिस्क जोन घोषित कर दिया है। वहां बैनर लगाकर लोगों के शवदाह स्थल तक जाने पर रोक लगा दी गई है। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
अंत्येष्टि स्थल पर अब केवल शव को मुखाग्नि देने वाले या स्वजन ही जा सकेंगे। निगम प्रशासन का कहना है कि जहां पर कोविड संक्रमित शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा है, वहां भी लोग अनावश्यक रूप से पहुंच जा रहे थे। ऐसे लोगों को संक्रमण के खतरे से बचाने के लिए यह कदम जनहित में उठाया गया है।
नगर निगम ने चलाया सैनिटाइजेशन अभियान
कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए नगर निगम प्रशासन ने पूरे शहर में सैनिटाइजेशन अभियान चलाया। बाजार, भीड़ वाले क्षेत्रों पर अधिक फोकस रहा। नाइट कर्फ्यू के दौरान नगर आयुक्त ने सैनिटाइजेशन कार्य की निगरानी की। नगर निगम की चालीस से अधिक गाडि़यां सैनिटाइजेशन कार्य में लगाई गई हैं। इसके अलावा मैनुअल छिड़काव भी किया जा रहा है। पूरे शहर को सोडियम हाइपोक्लोराइट के घोल से विसंक्रमित किया जा रहा है। गुरुवार को दिन और रात में सोडियम हाइपोक्लोराइट के घोल का छिड़काव कराया गया। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने रात में सफाई व्यवस्था का जायजा लिया।
भालोटिया मार्केट समेत कई क्षेत्रों में चला महाअभियान
नगर निगम के नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. मुकेश रस्तोगी ने बताया कि नाइट कर्फ्यू के दौरान दवा की थोक मंडी भालोटिया बाजार, जीएम काम्प्लेक्स आदि में साफ-सफाई एवं सैनिटाइजेशन कराया गया। इसके अलावा विजय चौराहा, अलीनगर, बक्शीपुर, एचएन सिंह चौराहा, खजांची, रेल विहार, गोरखनाथ मंदिर, मोहरीपुर आदि क्षेत्रों में भी कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए सैनिटाइजेशन किया गया।
जांच व इलाज के लिए अधिक पैसा मांगने की यहां करें शिकायत
मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर ने बताया कि कोविड अस्पतालो एवं निजी लैब में शासन द्वारा रेट निर्धारित किया जा चुका है। शिकायत मिल रही है कि कुछ अस्पतालों एवं लैब संचालकों द्वारा शासन से निर्धारित दर से अधिक शुल्क लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह की शिकायतों की जांच के लिए अपर आयुक्त न्यायिक की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई है। मंडलायुक्त ने कहा कि यदि किसी लैब में कोरोना जांच के नाम पर या अस्पताल में इलाज के नाम पर अधिक शुल्क मांगा जा रहा है तो संबंधित व्यक्ति जांच समिति के अध्यक्ष के वाट्सएप नंबर 9648305681 या ईमेल आइडी commgor@nic.in पर शिकायत कर सकते हैं।