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गोरखपुर के कई मोहल्‍लों में भारी जलजमाव, एनडीआरएफ ने संभाला मोर्चा

गोरखपुर शहर के सैकड़ाें घरों में बारिश का पानी घुस गया। देवरिया मार्ग और मेडिकल कालेज रोड के दोनों तरफ के मोहल्लों में घुटने तक पानी भर गया है। नरसिंहपुर मोहल्ले में बाढ़ के पानी में फंसे लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम को बुलाना पड़ा।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 17 Sep 2021 07:50 AM (IST)Updated: Fri, 17 Sep 2021 01:39 PM (IST)
गोरखपुर के कई मोहल्‍लों में भारी जलजमाव, एनडीआरएफ ने संभाला मोर्चा
गोरखपुर शहर में लगा बरसात का पानी। - जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर शहर के दर्जनों मोहल्ले के नागरिक जलभराव की समस्या से उबरे भी नहीं थे कि गुरुवार को हुई बारिश से भारी जलभराव हो गया। सैकड़ाें घरों में बारिश का पानी घुस गया। देवरिया मार्ग और मेडिकल कालेज रोड के दोनों तरफ के मोहल्लों में घुटने तक पानी भर गया है। नरसिंहपुर मोहल्ले में बाढ़ के पानी में फंसे लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम को बुलाना पड़ा। गीडा की कई फैक्ट्रियों में भी पानी घुस गया।

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दर्जनों मोहल्लों में हुआ जलभराव, नरसिंहपुर में

बारिश से एक तरफ जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली तो दूसरी तरफ दर्जनों मोहल्लों में लोगों को भारी जलभराव का सामना करना पड़ा। जिन्हें मजबूरीवश घर से निकलना पड़ा वह गंदे पानी से होकर गुजरे, जबकि महिलाएं और बच्चे घरों में ही कैद रहें। इस दौरान नगर नि‍गम के कंट्रोल रूम में जलभराव से संबंधित 70 से ज्यादा शिकायतें पहुंची। इससे निपटने के लिए नगर नि‍गम के अधिकारी और कर्मचारी भी दिन भी दौड़ते हैं। निगम ने जलनिकासी के लिए 300 से ज्यादा पंप लगाए। बहरामपुर के जफर कालोनी में डोमिनगढ़ निर्माणाधीन नाले के कारण पूरी कालोनी में जलभराव की समस्या आ गई।

वहीं खाले टोला एरिया में लोगों के घरों में बदबूदार पानी पहुंच गया है। तारामंडल क्षेत्र में जीडीए की कालोनियों में जलभराव से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। खुद जीडीए उपाध्यक्ष के आवास के सामने पानी लगा रहा है। उपाध्यक्ष आवास से लेकर जीडीए कार्यालय तक आधी सड़क पानी में डूबी हुई है। वहीं देवरिया बाईपास पर सर्विस लेन पूरी तरह डूबी हुई है।

इन इलाकों में हुआ जलभराव

सूरजकुंड, सिंघड़िया, बिछिया, प्रज्ञानपुरम, लाजपत नगर, खूनीपुर, रसूलपुर भट्ठा, जिला अस्पताल, महेवा मंडी, गीडा की फैक्ट्रियां, तारामंडल, भेड़ियागढ़, बरगदवा, हरिद्वारपुरम, वसुंधरा नगर, चकसा हुसैन, बशारतपुर, शेखपुर और देवरिया रोड, राप्तीनगर, मेडिकल रोड, करीमनगर, रानीबाग फुलवरिया, पार्वतीपुरम्, अशोक नगर आदि।

प्रभावित हो रहा महेवा मंडी में कारोबार

जलभराव के कारण महेवा मंडी का कारोबार भी प्रभावित रहा। सब्जी खरीदने वाले ग्राहकों की संख्या आम दिनों के मुकाबले 60 फीसदी तक कम रही। अन्य मंडियों में भी इक्का-दुक्का ग्राहक पहुंचे। गल्ला कारोबारी अपना माल भीगने से बचाने में परेशान रहे। चैंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष संजय सिंघानिया ने कहा कि जलभराव के कारण कारोबारी परेशान हैं। पानी निकासी का स्थायी समाधान नहीं हुआ तो व्यापारियों को लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्हाेंने बताया कि समस्या से निजात के लिए मुख्यमंत्री पोर्टल पर आईजीआरएस के माध्यम से शिकायत की है।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हुआ 1230 मरीजों का इलाज

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की 20 टीमें पहुंचीं। छह तहसीलों के 11 ब्लाकों में 1230 मरीजों का इलाज किया गया। इसमें 632 पुरुष व 598 महिलाएं हैं। इसमें 184 बच्चे, 460 वृद्ध और आठ गर्भवती भी शामिल हैं। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि सर्दी- जुकाम, बुखार से पीड़ित 146 मरीज मिले। त्वचा रोग से पीड़ित 435 मरीजों का इलाज किया गया। उल्टी-दस्त के 57 और अन्य बीमारियों के 592 मरीज मिले। 12990 क्लोरीन की गोलियां व 975 ओआरएस पैकेट बांटे गए। 312 हैंडपंपों को विसंक्रमित किया गया।


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