Weather News: भारी बारिश पूर्वांचल की नदियां उफनाईं, अभी नहीं मिलेगी राहत Gorakhpur News
Weather News गोरखपुर में भारी बारिश से पूर्वांचल की नदियां उफना गई हैं। यह बारिश अभी आगे भी जारी रहने की उम्मीद है।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून पूरे रौ में है। आसमान में घने बादल छाए हुए हैं। गुरुवार की देर रात से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला शुक्रवार की सुबह पौने 11 बजे तक अनवरत जारी है। बीते 24 घंटे के दौरान 65 मिलीमीटर से अधिक बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। मौसम विभाग के मानक के मुताबिक यह आंकड़ा भारी बारिश का है। 24 घंटे में 64.5 मिलीमीटर से अधिक बारिश को भारी वर्षा कहा जाता है। मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक रात से लेकर अबतक 50 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। शहर के अधिकांश हिस्से में जलभराव हो गया है। लगातार बारिश से लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो गई है, जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय ने बताया कि बिहार से लेकर बंगाल की खाड़ी तक बना हवा के कम दबाव का क्षेत्र अब नेपाल तक पहुंच गया है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में हो रही बारिश उसी का नतीजा है। यह सिलसिला फिलहाल जारी रहेगा। नेपाल के किनारे बसे जिलों में अगले दो दिनों तक भारी बारिश का पूर्वानुमान है। जुलाई में अबतक 190 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। इस महीने में औसत बारिश का आंकड़ा 383.5 मिलीमीटर है।
नदियों की उफान से तटवर्ती गांवों पर बाढ़ का संकट
गोरखपुर में बहने वाली नदियों के जल स्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। सरयू का जलस्तर बढऩे से बाढ़ की आशंका प्रबल हो गई है। राप्ती, रोहिन और कुआनो का पानी भी तेजी से बढ़ रहा है। कई स्थानों पर नदियां कटान भी कर रही हैं। लगातार बारिश के कारण नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण कार्यालय ने मौसम विभाग की ओर से जारी सूचना के आधार पर 10 जुलाई से 12 जुलाई के बीच होने वाली भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। सबसे ज्यादा खतरनाक स्थिति सरयू की है। सरयू का पानी जिस तरह से बढ़ रहा है, वह कभी भी तुर्तीपार में खतरे का निशान पार कर सकती है। राप्ती नदी के उफान व कटान से जंगल कौडिय़ा ब्लॉक के राजपुर दूबी गांव का अस्तित्व संकट में है। सरयू भी बड़हलगंज और गोला इलाके में कटान कर रही है। जिला प्रशासन ने बाढ़ की आशंका के मद्देनजर सभी 86 बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया है।
उप जिलाधिकारियों ने किया निरीक्षण
जिले में नदियों से नुकसान की आशंका को देखते हुए सभी संवेदनशील स्थानों पर अधिकारी नजर रखे हुए हैं। एसडीएम कैंपियरगंज ने तहसील क्षेत्र के मछलीगांव-अलगटपुर तटबंध का निरीक्षण किया। उन्होंने मछली गांव बाढ़ चौकी पर तैनात कर्मचारियों को सतर्क रहने को कहा। एसडीएम गोला ने भी सरयू की कटान से प्रभावित हो रहे गांवों का हाल जाना। पटना ग्राम के कोलखास टोला में सरयू तथा पौहरिया में राप्ती कटान कर रही है। कुछ घरों में पानी घुस गया है। दोनों अधिकारियों ने डीएम को रिपोर्ट दे दी है।