Manish Murder Case: मनीष के दोस्तों की जुबानी सुनिए- पुलिस ने कैसे की थी हैवानियत
Manish Murder Case सीबीआइ ने घटना के गवाहों से दोबारा पूछताछ की। इसके अलावा घटना से पहले और बाद में साथ रहे उनके चार दोस्तों का भी बयान दर्ज किया। होटल के गार्ड के साथ ही एसआइटी के सह विवेचक ने भी अपना बयान दर्ज कराया।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। Manish Murder Case: मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआइ ने घटना के गवाह चंदन सैनी और राणा प्रताप चंद से दोबारा पूछताछ की। इसके अलावा घटना से पहले और बाद में साथ रहे उनके चार दोस्तों का भी बयान दर्ज किया। होटल के गार्ड के साथ ही कानपुर एसआइटी के सह विवेचक व टीम में शामिल रहे दो दारोगा ने भी अपना बयान दर्ज कराया।
गार्ड से भी हुई पूछताछ
सुबह नौ बजे होटल कृष्णा पैलेस का गार्ड एनेक्सी भवन पहुंचा। वेटिंग रूम में टीम ने तीन घंट तक गार्ड से पूछताछ की। दोपहर 12 बजे बाहर निकले गार्ड ने बताया कि सीबीआइ अधिकारियों ने पूछा कि 27 सितंबर की रात में क्या हुआ था। आराम से पूरी बताइए। उसने जो देखा था वह बता दिया। सीबीआइ ने क्या सवाल किए यह बताने से इन्कार कर दिया। इसके बाद सीबीआइ टीम मनीष गुप्ता, प्रदीप व हरबीर को गोरखपुर घूमने बुलाने वाला चंदन सैनी एनेक्सी भवन पहुंचे। उनके साथ कार में गांव के रहने वाले दोस्त राणा प्रताप चंद, धनंजय तिवारी, प्रिंस पांडेय, तारामंडल के रहने वाले अनिल व शंभूनाथ थे। इन लोगों से पांच घंटे तक सीबीआइ ने कई चक्र में अलग-अलग व एक साथ बात की। एसआइटी कानपुर के सह विवेचक रहे इंस्पेक्टर व दो दारोगा अपना बयान दर्ज कराने एनेक्सी भवन पहुंचे। जिनसे सीबीआइ ने तीन घंटे तक जांच में मिले साक्ष्य के बारे में जानकारी ली।
मनीष के साथ नौ लोगों ने किया था भोजन
चंदन सैनी ने सीबीआइ को बताया कि 27 सितंबर की रात को मोहद्दीपुर स्थित अदालत होटल में मनीष के साथ नौ लोगों ने भोजन किया था। जिसमें मनीष के अलावा प्रदीप व हरवीर थे। गोरखपुर से हम तीनों (चंदन सैनी, राणा प्रताप चंद और धनंजय त्रिपाठी) शंभूनाथ, अनिल यादव के अलावा धनंजय का भतीजा प्रिंस तिवारी थे। पांच लोग तो एक साथ ही कार से आए थे जबकि प्रिंस गोरखपुर में ही किराये पर कमरा लेकर रहता है। धनंजय ने उसे भोजन करने के लिए बुलाया था। रविवार की सुबह 10 बजे सीबीआइ ने उन लोगों को बुलाया था। उन्हें पहुंचने में देर हो गई।चंदन और राणा चंद के बयान में कुछ अंतर होने पर उन्हें साथ बैठाकर दोबारा पूछा गया।
मनीष ने डेढ़ से दो पैग पी थी शराब
दोस्तों ने पूछताछ में सीबीआइ को बताया कि अंग्रेजी शराब की एक बोतल मंगाई गई थी। जिसमें मनीष गुप्ता ने महज डेढ़ से दो पैग शराब पी थी। अन्य लोगों ने भी थोड़ी-थोड़ी ली थी। उनका कहना था कि प्रदीप भी नशे की वजह से नहीं बल्कि थकान की वजह से पुलिस की टीम के पहुंचने के बाद भी बिस्तर पर लेटे हुए था। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम से कार चलाकर प्रदीप ही गोरखपुर तक आया था। इस वजह से वह पूरी तरह से थक गया था और नींद की वजह से वह बिस्तर पर लेटा था।
पुलिसवाले मनीष को दे रहे थे गाली
दोस्तों ने बताया कि भोजन करने के बाद उन लोगों ने मनीष, प्रदीप व हरवीर को होटल कृष्णा पैलेस लाकर छोड़ा। उनके कमरे में पहुंचने पर कार से अपने घर सिकरीगंज के बरडाड जा रहे थे। कार में चंदन, राणा प्रताप चंद, धनंजय, अनिल और शम्भूनाथ थे। वह लोग खजनी के जैतपुर के पास पहुंचे थे तभी चंदन के पास फोन आया था। मोबाइल कार के स्पीकर पर लगा था। ट्रू कॉलर की वजह से अक्षय मिश्रा लिखकर आ रहा था। चंदन ने फोन रिसीव किया स्पीकर पर होने की वजह से सभी लोग बाचतीत सुन रहे थे। फोन करने वाले मनीष गुप्ता और उनके दोनों दोस्तों के बारे में पूछा और यह जानने का प्रयास किया कि वे लोग उन्हें जानते हैं या नहीं। चंदन ने बताया कि वे मेरे गेस्ट हैं उसके बाद उन्होंने कहा कि कोई बात नहीं रुटीन जांच में हमलोग आए हैं। अब महज इतनी सी बात से इनके वापस लौटने को लेकर सवाल उठा तो उन्होंने बताया कि अक्षय मिश्रा का फोन कटा नहीं था। उधर की आवाज सुनाई दे रही थी। मनीष किसी से फोन पर बात कर रहे थे और पुलिसवाल फोन करने पर मनीष को गाली दे रहे थे। जिसके बाद उन्हें लगा कि उनके गेस्ट मुसीबत में है। वे रास्ते से गाड़ी घूमा कर होटल के लिए लौटे।
डाक्टर व कर्मचारियों से हो सकती है पूछताछ
मानसी हास्पिटल और मेडिकल कालेज के डाक्टर व कर्मचारियों से सीबीआई की टीम पूछताछ कर सकती। इस बारे में उन्हें सूचना दे दी गई है। डाक्टरों व कर्मचारियों से पूछताछ में ही स्पष्ट होगा कि बीआरडी मेडिकल कालेज के ट्रामा सेंटर मनीष गुप्ता का दो पर्चा क्यों बना था। यह करने के लिए किसने कहा। मेडिकल कालेज पहुंचे दोस्तों को मनीष गुप्ता के मौत की जानकारी दो घंटे तक क्यों नहीं दी गई, टीम यह जानेगी। वहीं बिजली कैसे कटी थी।
गोरखपुर में अब तक सीबीबाइ ने कार्रवाई की
11 नवंबर : सीबीआइ की टीम जांच करने गोरखपुर पहुंची
12 नवंबर : मनीष के दोस्तों से सीबीआई ने पूछताछ की
13 नवंबर : टीम होटल कृष्णा पैलेस और रामगढ़ताल थाने पहुंची
14 नवंबर : एसआइटी, दोस्तों, होटल के गार्ड समेत 10 से पूछताछ की।