बिना हथियार जीका वायरस से लड़ेगा स्वास्थ्य विभाग, किसी स्वास्थ्य केंद्र पर नहीं है रैपिड जांच किट
जीका वायरस को लेकर प्रदेश सरकार की तरफ से अलर्ट जारी होने के बावजूद जिले में इसको लेकर आधी-अधूरी तैयारी ही नजर आ रही है। जिला अस्पताल को छोड़कर किसी भी प्राथमिक या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तो रैपिड जांच किट तक उपलब्ध नहीं है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। जीका वायरस को लेकर प्रदेश सरकार की तरफ से अलर्ट जारी होने के बावजूद जिले में इसको लेकर आधी-अधूरी तैयारी ही नजर आ रही है। जिला अस्पताल को छोड़कर किसी भी प्राथमिक या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र न तो रैपिड जांच किट उपलब्ध कराई गई है न ही जीका वायरस से पीड़ित मरीजों के लिए कोई अलग वार्ड की व्यवस्था की गई है।
कानपुर में मरीज मिलने के बाद गोरखपुर में मचा है हडकंप
जिले में भले ही जीका वायरस के मरीज नहीं मिले हैं लेकिन कानपुर में जीका वायरस से पीड़ितों मिलने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। जीका वायरस से लड़ने और इससे बचाव के लिए विभाग की तैयारियां नाकाफी हैं। विभाग ने इन मरीजों को भी डेंगू वार्ड में भर्ती करने का निर्णय लिया है। गनीमत है कि अभी तक जिले जीका वायरस ने दस्तक नहीं दी है, नहीं तो स्वास्थ्य विभाग की तैयारियाें की पोल खुल जाती। अस्पतालों में भर्ती जीका वायरस के लक्षण वाले मरीजों की जांच करने का निर्देश है लेकिन रैपिड किट न होने से जांच नहीं हो पा रही है।
जीका वायरस की चपेट में आने का यह है लक्षण
-डेंगू व जीका वायरस के लक्षण लगभग समान होते हैं।
-जीका में तेज बुखार व जोड़ों के दर्द के अलावा आंखें लाल हो जाती हैं।
-बुखार से पीड़ित मरीजों को पेशाब में जलन हो सकती है।
-बुखार के साथ चकत्ते, जोड़ों और आंखों के पीछे दर्द, उल्टी आदि।
कैसे करें बचाव
-दिन व शाम के समय फुल पैंट-शर्ट पहनें।
-घर के आसपास सफाई का ध्यान रखें।
-सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
-किसी भी खाली बर्तन या जगह पर बारिश का पानी इकट्ठा न होने दें।
-गर्भवती व बच्चे विशेष रूप से सतर्कता बरतें।
-कूलर व पानी की टंकी को समय-समय पर साफ करते रहें।
आने वाली है रैपिड जांच किट
सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि रैपिड जांच किट आने वाली है। आते ही उसे प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भेज दिया जाएगा। उम्मीद है कि शीघ्र ही किट आ जाएगी।