स्वास्थ्य विभाग को खोजे नहीं मिल रहे 101 डाक्टर, जानें- कहां हो गए 'गायब' Gorakhpur News
गोरखपुर-बस्ती मंडल में 101 चिकित्सक गायब हैं। स्वास्थ्य विभाग को यह चिकित्सक खोजे नहीं मिल रहे हैं।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 06 Sep 2019 12:11 PM (IST)Updated: Fri, 06 Sep 2019 12:11 PM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। बस्ती में समीक्षा बैठक के दौरान प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य देवेश चतुर्वेदी की कार्रवाई के बाद विभाग में खलबली मच गई है। प्रमुख सचिव ने लंबे समय से ड्यूटी से गायब रहने वाले बस्ती मंडल के 36 चिकित्सकों की बर्खास्तगी का निर्देश जारी किया तो गोरखपुर-बस्ती मंडल के सभी सीएमओ अपने-अपने दस्तावेज खंगालने लगे हैं।
पड़ताल में जो रिपोर्ट सामने आई, उसके मुताबिक दोनों मंडलों में प्रांतीय चिकित्सा संवर्ग के ऐसे कुल 101 चिकित्सक हैं, जो लंबे समय से ड्यूटी से गायब हैं। यहां तक कि इस जांच-पड़ताल में बस्ती व सिद्धार्थनगर में भी इनकी संख्या बढ़ गई। प्रमुख सचिव के समक्ष बस्ती के 15 और सिद्धार्थनगर के 21 चिकित्सकों के अनुपस्थित होने की बात सामने आई थी। नई पड़ताल में बस्ती के एक और सिद्धार्थनगर के दो नए चिकित्सक लंबे समय से गैरहाजिर रहने वालों की सूची में शामिल हुए हैं।
विभाग ने इनके खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। सबसे कम दो डाक्टर देवरिया जिले से गायब हैं जबकि सबसे अधिक संतकबीर नगर से 32 गायब हैं। इसके अलावा सिद्धार्थ नगर से 23, बस्ती से 16, गोरखपुर- महराजगंज से 12-12 और कुशीनगर से चार डाक्टर तैनाती वाले अस्पताल पहुंच ही नहीं रहे हैं। विभाग अब इन पर कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। इन चिकित्सकों के खिलाफ अभी तक कार्रवाई न करने के लिए प्रमुख सचिव ने समीक्षा बैठक के दौरान बस्ती मंडल के सीएमओ को फटकार भी लगाई थी।
वर्षों से ड्यूटी से गायब हैं यहां के 12 डॉक्टर
पहले से डॉक्टरों की कमी का दंश झेल रहे गोरखपुर से 12 डॉक्टर बिना सूचना गायब हो गए हैं। वर्षों से इनका कोई पता नहीं है। इस वजह से चिकित्सा व्यवस्था को संभालने में दिक्कतें और बढ़ गई हैं। वैसे ही जिले में 121 डॉक्टर कम हैं, 12 डॉक्टरों ने बिना सूचना दिए गायब होकर जिले को और झटका दे दिया है। इसमें एक साल से लेकर नौ साल तक के बीच ड्यूटी से गायब डॉक्टर हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इनकी खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चला। जबकि इनमें से कुछ डॉक्टर तो इसी शहर में प्रैक्टिस कर रहे हैं। किसी सीएचसी पर छह डॉक्टरों से कम के पद नहीं हैं, लेकिन ज्यादातर सीएचसी पर दो डॉक्टरों से काम चलाया जा रहा है। कहीं-कहीं तीन डॉक्टर भी तैनात हैं।
गायब डॉक्टरों की सूची शासन को कई बार भेजी जा चुकी है और उनके गायब होने की सूचना से अवगत करा दिया गया है। एक साल से लेकर नौ साल के बीच में सभी डॉक्टर अपनी ड्यूटी से बिना सूचना गायब हैं। - डॉ.श्रीकांत तिवारी, सीएमओकौन डॉक्टर कब से गायब हैं
डॉ.विकास अग्रवाल (पीडियाट्रिक)- 13 मई 2018
डॉ.पंकज मल्ल (आर्थो)- 01 नवंबर 2009
डॉ.संजीव कुमार सिंह (आर्थो)- 01 फरवरी 2011
डॉ.विनय कुमार गौड़ (आर्थो)- 28 जुलाई 2018
डॉ.रामजीत - 01 अप्रैल 2018
डॉ.गोपाल (पीडियाट्रिक)- 01 अप्रैल 2018
डॉ.अमरेंद्र कुमार (फिजीशियन)- 04 जनवरी 2017
डॉ.समीर - 09 अगस्त 2011
डॉ.संजय कुमार गुप्ता (सर्जन)- 21 जुलाई 2014
डॉ.पंकज कुमार दीक्षित (फिजीशियन)- 13 अगस्त 2017
डॉ. प्रदीप कुमार (रेडियोलॉजिस्ट)- 17 जून 2013
डॉ. सत्येंद्र पाल (आर्थो)- 01 जुलाई 2018
पड़ताल में जो रिपोर्ट सामने आई, उसके मुताबिक दोनों मंडलों में प्रांतीय चिकित्सा संवर्ग के ऐसे कुल 101 चिकित्सक हैं, जो लंबे समय से ड्यूटी से गायब हैं। यहां तक कि इस जांच-पड़ताल में बस्ती व सिद्धार्थनगर में भी इनकी संख्या बढ़ गई। प्रमुख सचिव के समक्ष बस्ती के 15 और सिद्धार्थनगर के 21 चिकित्सकों के अनुपस्थित होने की बात सामने आई थी। नई पड़ताल में बस्ती के एक और सिद्धार्थनगर के दो नए चिकित्सक लंबे समय से गैरहाजिर रहने वालों की सूची में शामिल हुए हैं।
विभाग ने इनके खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। सबसे कम दो डाक्टर देवरिया जिले से गायब हैं जबकि सबसे अधिक संतकबीर नगर से 32 गायब हैं। इसके अलावा सिद्धार्थ नगर से 23, बस्ती से 16, गोरखपुर- महराजगंज से 12-12 और कुशीनगर से चार डाक्टर तैनाती वाले अस्पताल पहुंच ही नहीं रहे हैं। विभाग अब इन पर कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। इन चिकित्सकों के खिलाफ अभी तक कार्रवाई न करने के लिए प्रमुख सचिव ने समीक्षा बैठक के दौरान बस्ती मंडल के सीएमओ को फटकार भी लगाई थी।
वर्षों से ड्यूटी से गायब हैं यहां के 12 डॉक्टर
पहले से डॉक्टरों की कमी का दंश झेल रहे गोरखपुर से 12 डॉक्टर बिना सूचना गायब हो गए हैं। वर्षों से इनका कोई पता नहीं है। इस वजह से चिकित्सा व्यवस्था को संभालने में दिक्कतें और बढ़ गई हैं। वैसे ही जिले में 121 डॉक्टर कम हैं, 12 डॉक्टरों ने बिना सूचना दिए गायब होकर जिले को और झटका दे दिया है। इसमें एक साल से लेकर नौ साल तक के बीच ड्यूटी से गायब डॉक्टर हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इनकी खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चला। जबकि इनमें से कुछ डॉक्टर तो इसी शहर में प्रैक्टिस कर रहे हैं। किसी सीएचसी पर छह डॉक्टरों से कम के पद नहीं हैं, लेकिन ज्यादातर सीएचसी पर दो डॉक्टरों से काम चलाया जा रहा है। कहीं-कहीं तीन डॉक्टर भी तैनात हैं।
गायब डॉक्टरों की सूची शासन को कई बार भेजी जा चुकी है और उनके गायब होने की सूचना से अवगत करा दिया गया है। एक साल से लेकर नौ साल के बीच में सभी डॉक्टर अपनी ड्यूटी से बिना सूचना गायब हैं। - डॉ.श्रीकांत तिवारी, सीएमओकौन डॉक्टर कब से गायब हैं
डॉ.विकास अग्रवाल (पीडियाट्रिक)- 13 मई 2018
डॉ.पंकज मल्ल (आर्थो)- 01 नवंबर 2009
डॉ.संजीव कुमार सिंह (आर्थो)- 01 फरवरी 2011
डॉ.विनय कुमार गौड़ (आर्थो)- 28 जुलाई 2018
डॉ.रामजीत - 01 अप्रैल 2018
डॉ.गोपाल (पीडियाट्रिक)- 01 अप्रैल 2018
डॉ.अमरेंद्र कुमार (फिजीशियन)- 04 जनवरी 2017
डॉ.समीर - 09 अगस्त 2011
डॉ.संजय कुमार गुप्ता (सर्जन)- 21 जुलाई 2014
डॉ.पंकज कुमार दीक्षित (फिजीशियन)- 13 अगस्त 2017
डॉ. प्रदीप कुमार (रेडियोलॉजिस्ट)- 17 जून 2013
डॉ. सत्येंद्र पाल (आर्थो)- 01 जुलाई 2018
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