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लालू के ड्रीम प्रोजेक्ट को अवार्ड करने की तैयारी, यहां बनेगी रेल लाइन Gorakhpur News

अब रेलवे हथुआ-भटनी रेललाइन परियोजना की तैयारी शुरू कर दी है। किसानों से उनकी भूमि के मुआवजे के संबंध में वार्ता होनी है।

By Edited By: Published: Sun, 16 Jun 2019 10:09 AM (IST)Updated: Mon, 17 Jun 2019 09:44 AM (IST)
लालू के ड्रीम प्रोजेक्ट को अवार्ड करने की तैयारी, यहां बनेगी रेल लाइन Gorakhpur News
लालू के ड्रीम प्रोजेक्ट को अवार्ड करने की तैयारी, यहां बनेगी रेल लाइन Gorakhpur News
गोरखपुर, जेएनएन। हथुआ-भटनी रेललाइन परियोजना को अवार्ड करने की तैयारी है। उप भूमि अध्याप्ति अधिकारी कार्यालय वर्ष 2013 से 2015 तक के बीच प्रभावित गांवों का रजिस्ट्रीकृत विक्रय विलेखों का रिकार्ड जुटा रहा है, ताकि किसानों को 2014 के बाजार रेट से मुआवजा तय किया जा सके। उल्लेखनीय है कि हथुआ-भटनी रेललाइन परियोजना तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट था। अब जाकर इस परियोजना पर अमल होने की तैयारी की जा रही है।
हथुआ-भटनी रेललाइन परियोजना को लेकर एक तरफ प्रशासन जहां सक्रिय है, वहीं परियोजना को लेकर किसान दो खेमे में बंटे हुए हैं। किसानों का दो खेमा तैयार भूमि बचाओ किसान संघर्ष समिति भटनी के तत्वावधान में एक खेमा परियोजना के विरोध में लंबे समय से आंदोलित है। प्रत्येक रविवार को बैठक कर विरोध जताते हैं। वहीं किसानों का दूसरा खेमा वर्तमान सर्किल रेट में बिना कटौती के चार गुना मुआवजे की मांग कर रहा है। उनका कहना है कि वर्तमान सर्किल दर से चार गुना मुआवजा व प्रभावित प्रत्येक परिवार के एक-एक व्यक्ति को योग्यतानुसार नौकरी देने पर सहमति दी जाएगी। किसान इसके अलावा भटनी-भाटपाररानी मार्ग पर तेनुआ गांव व भटनी-¨भगारी बाजार मार्ग पर मायापुर-अमवा के बीच उपरगामी सेतु का निर्माण कराने, प्रभावित 14 गांवों में आने-जाने के लिए अंडरपास का निर्माण कराने, पिपरा विट्ठल के जंगली बाबा स्थान व चखनी घाट पुल के पास हाल्ट स्टेशन का निर्माण कराए जाने की मांग कर रहे हैं।
13 वर्ष पूर्व मंजूर हुई थी परियोजना यह परियोजना वर्ष 2005-06 में स्वीकृत हुई। हथुआ से पंचदेवरी के बीच रेललाइन चालू हो गई है। देवरिया जनपद के 14 गांवों की 112.49 एकड़ भूमि अधिग्रहीत की जानी है। इस संबंध में उप भूमि अध्याप्ति अधिकारी सतीश कुमार ने बताया कि सलेमपुर व भाटपाररानी तहसील से 2013 से 2015 तक का रजिस्ट्रीकृत विक्रय विलेखों को मंगाया जा रहा है। इस कार्य में अमीन लगे हैं। जल्द ही मुआवजा तय करने व अवार्ड की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

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