शासन ने फर्जी शिक्षकों पर हुई कार्रवाई के बारे में मांगी जानकारी Gorakhpur News
जनपद की बात करें तो यहां एसटीएफ द्वारा चिह्नित शिक्षकों की संख्या 43 हैं। इनमें से लगभग ढ़ाई दर्जन फर्जी शिक्षकों के विरुद्ध बर्खास्तगी व एफआइआर की कार्रवाई हो चुकी है। जबकि शेष की जांच चल रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। परिषदीय स्कूलों में कार्यरत फर्जी शिक्षकों पर शिकंजा कसता जा रहा है। गोरखपुर समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों में एसटीएफ द्वारा चिह्नित शिक्षकों पर अब तक हुई बर्खास्तगी व एफआइआर की कार्रवाई की सूचना शासन ने तलब की है। इसके लिए बेसिक शिक्षाधिकारियों को सात दिन का समय दिया गया है। निर्धारित समय के अंदर सूचना उपलब्ध नहीं कराने वाले बीएसए का जून माह का वेतन बाधित करने की चेतावनी दी गई है। शासन के निर्देश के बाद महकमा सतर्क हो गया है और कार्रवाइयों से संबंधित फाइल तैयार करने में लग गया है।
गोरखपुर के 43 शिक्षक एसटीएफ की सूची में
जनपद की बात करें तो यहां एसटीएफ द्वारा चिह्नित शिक्षकों की संख्या 43 हैं। इनमें से लगभग ढ़ाई दर्जन फर्जी शिक्षकों के विरुद्ध बर्खास्तगी व एफआइआर की कार्रवाई हो चुकी है। जबकि शेष की जांच चल रही है। सूचना उपलब्ध कराने को लेकर महानिदेशक के निर्देश के बाद बीएसए कार्यालय सूचना तैयार करने में जुट गया है। इस बार शासन ने एफआइआर की प्रति व अब तक जिन संबंधित शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों का बोर्ड से सत्यापन नहीं हुआ है उसकी भी सूचना उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। सत्यापन की सूचना के साथ ही विश्वविद्यालय व संस्था के विवरण के साथ उपलब्ध कराना होगा।
देनी होगी यह सूचनाएं
एसएटीएफ द्वारा चिह्नित फर्जी शिक्षकों से जुड़ी जो सूचनाएं शासन ने तलब की है उनमें छह से सात बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी देनी होगी। इनमें जनपद के नाम के अलावा एसआइटी द्वारा चिह्नित संदिग्ध व फर्जी शिक्षकों की संख्या, शिक्षक का नाम, पदनाम, विद्यालय का नाम, पता, एफआइआर संख्या तथा संबंधित थाने का नाम आदि शामिल है। बीएसए बीएन सिंह का कहना है कि शासन ने जनपद में एसटीएफ द्वारा चिह्नित फर्जी शिक्षकों की अब तक हुई बर्खास्तगी व एफआइआर की कार्रवाई की रिपाेर्ट मांगी है। इसे तैयार कराया जा रहा है। निर्धारित समय सीमा के अंदर रिपोर्ट भेज दी जाएगी।