पटरी पर लौटेगी तीन सौ बुनकरों की जिंदगी, सरकार खरीद रही कपड़े Gorakhpur News
प्रदेश सरकार ने आर्थिक तंगी से जूझ रहे पावरलूम बुनकरों को रोजगार देने के उद्देश्य से स्कूल ड्रेस का कपड़ा खरीदने का निर्णय लिया है।
गोरखपुर, जेएनएन। आर्थिक तंगी का सामना कर रहे बुनकरों के रोजगार के लिए नया रास्ता खुल गया है। बुनकरों के उत्पाद से सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए ड्रेस तैयार किया जाएगा। गोरखपुर के चार फर्मों को फिलहाल तीन लाख मीटर शूटिंग का कपड़ा तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। करीब 300 बुनकर माल तैयार करने में जुट गए हैं। बुनकरों ने यूपीका हैंडलूम के माध्यम से 35 हजार मीटर कपड़ा उपलब्ध भी करा दिया है।
दो माह पहले टेक्सटाइल कमेटी ने पावरलूम में तैयार कपड़ों की गुणवत्ता परखने के लिए कपड़ों के नमूने लिए थे। इसके बाद अमन सिंथेटिक, अंबर इंटरप्राइजेज, इंडियन टेक्सटाइल और एसएसएस टेक्सटाइल का चयन शूटिंग का कपड़ा तैयार करने के लिए किया गया। चार फर्मों को तीन लाख मीटर कपड़ा तैयार कर यूपीका हैंडलूम को उपलब्ध कराना है जहां से शासन की ओर से नामित फर्म ले जाकर ड्रेस तैयार करेगी।
पायलट प्रोजेक्ट के रूप में दी गई अनुमति
शैक्षिक सत्र 2020-21 के लिए कक्षा एक से आठ तक अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को निश्शुल्क स्कूल ड्रेस की आपूर्ति के लिए सरकारी फरमान आ चुका है। हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग को बीकापुर (अयोध्या), जलालपुर (आंबेडकरनगर), कैम्पियरगंज (गोरखपुर), फतेहपुर मंडराव (मऊ), अहिरौला (आजमगढ़), आराजी लाइन (वाराणसी), राजपुरा (मेरठ), दादरी (गौतमबुद्ध नगर) के विकास खंडों के सभी विद्यालयों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में स्कूल ड्रेस की आपूर्ति की अनुमति दी गई है। गोरखपुर व आंबेडकरनगर में धागों तथा उत्पादित वस्त्रों के भंडारण के लिए गोदाम की व्यवस्था भी की जायेगी। हथकरघा विभाग बुनकरों को धागा उपलब्ध कराएगा। शूटिंग का कपड़ा गोरखपुर व शर्टिंग का कपड़ा आंबेडकरनगर में तैयार होना है। जरूरत पडऩे पर बुनकरों को अग्रिम धनराशि देकर वस्त्र निर्माण कराया जायेगा।
अब तक 35 हजार मीटर कपड़े की हो चुकी है आपूर्ति
सहायक आयुक्त हथकरघा रामबड़ाई का कहना है कि प्रदेश सरकार ने आर्थिक तंगी से जूझ रहे पावरलूम बुनकरों को रोजगार देने के उद्देश्य से स्कूल ड्रेस का कपड़ा खरीदने का निर्णय लिया है। इससे तीन सौ बुनकरों को सीधे लाभ पहुंचेगा। फिलहाल 35 हजार मीटर कपड़े की आपूर्ति हो चुकी है।