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जन्मतिथि में 14 साल का हेरफेर कर पा लिया नौकरी, अब किया जाएगा बर्खास्त

देवरिया के लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड में उम्र में 14 वर्ष का हेरफेर कर बेलदार पद पर नौकरी करने का मामला उजागर हुआ है। सत्यापन में पता चला कि कर्मचारी की वास्तविक जन्मतिथि एक सितंबर 1954 है। उम्र में हेरफेर कर वह नौकरी कर रहा है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Sat, 25 Sep 2021 02:30 PM (IST)Updated: Sat, 25 Sep 2021 02:30 PM (IST)
जन्मतिथि में 14 साल का हेरफेर कर पा लिया नौकरी, अब किया जाएगा बर्खास्त
जन्मतिथि में हेरफेर कर नौकरी पाने वाला कर्मचारी होगा बर्खास्त। प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : देवरिया के लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड में उम्र में 14 वर्ष का हेरफेर कर बेलदार पद पर नौकरी करने का मामला उजागर हुआ है। सत्यापन में पता चला कि कर्मचारी की वास्तविक जन्मतिथि एक सितंबर, 1954 है। इसके आधार पर उसे 2014 में ही सेवानिवृत्त हो जाना चाहिए, लेकिन उम्र में हेरफेर कर वह नौकरी कर रहा है। उसने शैक्षिक अभिलेख में कूटरचित तरीके से जन्मतिथि सितंबर 1968 दर्शाया है। इसके आधार पर वह 2028 में सेवानिवृत्त होगा।

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बर्खास्त करने के साथ ही अब तक के भुगतान की होगी वसूली

संबंधित कर्मचारी को बर्खास्त किए जाने की तैयारी है। अबतक किए गए भुगतान की वसूली भी होगी। लोक निर्माण प्रांतीय खंड में बेलदार पद पर कार्यरत रमाशंकर के खिलाफ कुछ लोगों ने उम्र में हेरफेर कर नौकरी करने की शिकायत 2017 में उच्चाधिकारियों से की थी। शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन के लिए संबंधित विद्यालय को भेजने का निर्देश दिया गया था। आरोप है कि बाबुओं ने जांच संबंधित पत्र गायब कर दिए। तीन साल बाद फिर यह मामला तब सामने आया, जब शासन के निर्देश पर एडीएम प्रशासन की तरफ से पिछले माह अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड को अभिलेख सत्यापन कराकर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।

सत्यापन संबंधित पत्र हो गया था गायब

अधिशासी अभियंता कार्यालय से सत्यापन संबंधित पत्र गायब कर दिया गया। इस पर अधिशासी अभियंता कमल किशोर ने गंभीरता से लेते हुए दोनों बाबुओं को तीन दिन के भी गायब पत्र उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। साथ ही चेतावनी दी कि यदि पत्र नहीं मिला तो सितंबर का वेतन बाधित किया जाएगा।

कर्मचारी ने सात साल अधिक की है नौकरी, रोका गया अगस्त का वेतन

लोक निर्माण प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता कमल किशोर ने कहा कि शिकायत के बाद जांच में पता चला कि उम्र में 14 वर्ष का हेरफेर किया है। कर्मचारी को 2014 में ही सेवानिवृत्त हो जाना चाहिए, लेकिन उसने सात साल अधिक नौकरी की है। अगस्त का वेतन रोक दिया गया है। बर्खास्त करने की कार्रवाई की जाएगी। अधिक भुगतान किए जाने की वसूली भी की जाएगी।


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