हाईटेंशन तार के जाल में उलझा गोरखपुर का चिडिय़ाघर Gorakhpur News
चिडिय़ाघर के मुख्य द्वार के सामने से बरहुआ से मोहद्दीपुर के लिए हाईटेंशन तार गुजरता है। निर्माण के समय मिट्टी भराई होने पर इस तार की ऊंचाई और कम रह गई।
गोरखपुर, जेएनएन। तारामंडल क्षेत्र में बन रहा चिडिय़ाघर हाईटेंशन तार के जाल में उलझ गया है। सेंट्रल जू अथॉरिटी (सीजेडए) ने चिडिय़ाघर के ऊपर से 132केवी हाईटेंशन तार हटाने का निर्देश दिया है लेकिन अभी तक इसकी प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है। अगले एक से डेढ़ महीने में यह प्रक्रिया शुरू होने की संभावना भी नहीं है। संबंधित विभागों से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) न मिलने तक यह कार्य शुरू नहीं हो सकता। जब तक तार नहीं हटेगा चिडिय़ाघर को शुरू नहीं किया जा सकता।
चिडिय़ाघर के ऊपर से नहीं गुजरना चाहिए बिजली तार
चिडिय़ाघर के मुख्य द्वार के सामने से बरहुआ से मोहद्दीपुर के लिए हाईटेंशन तार गुजरता है। निर्माण के समय मिट्टी भराई होने पर इस तार की ऊंचाई और कम रह गई। निर्माण एजेंसी ने तार को ऊंचा करने का प्रस्ताव दिया था लेकिन सीजेडए ने इस प्रस्ताव को ही खारिज कर दिया और लाइन को वहां से शिफ्ट करने का निर्देश दिया है। सीजेडए की टीम की ओर से निरीक्षण के दौरान यह कहा गया कि चिडिय़ाघर के ऊपर से किसी भी कीमत पर तार नहीं गुजरना चाहिए। तार शिफ्ट करने को लेकर बिजली निगम की अन्य विभागों के साथ बैठक हो चुकी है लेकिन पीडब्लूडी ने सशर्त एनओसी देने की बात कहकर मामले को उलझा दिया है। इस विभाग के अनुसार यदि सड़क चौड़ी होती है तो तार को एक बार फिर शिफ्ट करना होगा और यह काम निगम के लिए आसान नहीं।
तार शिफ्टिंग में यह होगी परेशानी
पीडब्लूडी की शर्त से बिजली निगम सहमत नहीं है। यदि सड़क चौड़ीकरण का काम शुरू होगा तो फिर निगम के पास जगह नहीं होगी। फिलहाल सड़क व जीडीए कॉलोनी के बीच वेटलैंड पर ही तार शिफ्ट करने की योजना है। सड़क चौड़ी हुई तो उसके बाद नाला पड़ेगा और फिर गोरखपुर विकास प्राधिकरण की कॉलोनी। ऐसे में तार शिफ्ट नहीं हो पाएगा। यदि जल्दी काम शुरू नहीं हुआ तो गर्मी आ जाएगी और तीन किलोमीटर तार शिफ्ट करने में काफी शट डाउन लेना पड़ेगा। जिससे लोगों को बिजली कटौती से जूझना पड़ेगा। फिलहाल मंडलायुक्त से इस संबंध में फैसला करने को कहा गया है।
तार शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू
इस संबंध में मुख्य अभियंता ई. पीएन उपाध्याय का कहना है कि तार को शिफ्ट के लिए बैठक हुई है। पीडब्लूडी सशर्त एनओसी दे रहा है। इस संबंध में मंडलायुक्त को अवगत करा दिया गया है। तार शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू करने का प्रयास जारी है।