गोरखपुर में मौसम का यू टर्न, पछुआ हवाओं ने फिर बढ़ाई गलन
Today Gorakhpur Weather News Update गोरखपुर में गुरुवार को मौसम ने अचानक यू टर्न ले लिया। बुधवार को दिन भर धूप रहने के बाद रात से ठंड पड़नी शुरू हुई जो गुरुवार तक जारी है। गुरुवार को कड़ाके की ठंड पड़ी।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर में एक दिन राहत देने के बाद गुरुवार को मौसम ने यू टर्न ले लिया। बुधवार को दिन में धूप रही तो गुरुवार को सुबह से कोहरा छाया रहा। इस पछुआ हवाओं ने गलन बढ़ा दी। यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक रह सकती है। ठंड बढ़ने की वजह है कि पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है। पछुआ हवाएं ऐसे में जैसे 10 किलोमीटर से अधिक गति से चलेंगी, गलन बढ़ेगी। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि गुरुवार से आसमान साफ रह सकता है, लेकिन पहाड़ों पर बर्फबारी के चलते तापमान में गिरावट आ सकती है। न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस के करीब रह सकता है। अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस के करीब रह सकता है।
19 डिग्री सेल्सियस के करीब रह सकता है अधिकतम तापमान
इस समय आसमान साफ रह रहा है, लेकिन पछुआ हवाओं के तेज चलने से न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है। बुधवार को न्यूनतम तापमान 9.7 डिग्री सेल्सियस रहा। यह जनवरी के औसत न्यूनतम तापमान से करीब एक डिग्री सेल्सियस अधिक है। दिन का अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस के करीब रहा। मौसम विभाग ने संभावना जतायी है कि गुरुवार की सुबह हल्का कोहरा छाया रह सकता है। दिन में आसमान साफ रह सकता है। यह स्थिति अभी अगले कुछ दिनों तक रह सकती है। मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि गुरुवार सुबह का न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस के करीब रह सकता है। अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस के करीब रह सकता है।
फसलों पर मौसम मेहरबान
मंगलवार की रात हल्की बारिश का गेहूं का अच्छा लाभ मिलेगा। आलू व सरसों की फसल प्रभावित होने की आशंका है। हालांकि आलू के फसल पर अभी कहीं बड़े रूप में झुलसा का प्रभाव दिखा नहीं है। कुछ स्थानों पर इसका प्रभाव है भी तो वह न के बराबर है। जिला कृषि रक्षा अधिकारी संजय यादव का कहना है कि अभी कहीं से भी झुलसा रोग लगने की सूचना नहीं मिली है। इसकी वजह है कि बारिश हुई लेकिन तापमान नहीं गिरा है। आगे तापमान गिरने के आसार हैं तो आसमान साफ रहने के संकेत हैं। ऐसे में सभी फसलों को मौसम का लाभ मिलेगा।
जिन किसानों ने अभी तक आलू में रसायन का छिड़काव न किया हो वह मैंको जेब 64 प्रतिशत, मेटल एक्सिल प्लस आठ प्रतिशत दो ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर आलू पर छिड़काव कर दें। सरसों के लिए अभी सिर्फ निगरानी करें। यदि कहीं प्रकोप दिखे तो शुरुआती दौर में नीम आयल का छिड़काव करें। यदि फिर भी माहों का प्रकोप कम न हो तो क्लोरो पाइरीफास का छिड़काव करें। इससे गेहूं, आलू व सरसों तीनों का अच्छा उत्पादन मिलेगा।