Move to Jagran APP

बेंगलुरू के अदम्य चेतना फाउंडेशन से विश्‍वविद्यालय का होगा करार Gorakhpur News

अदम्य चेतना फाउंडेशन की ट्रस्टी तेजस्विनी अनन्त कुमार ने कुलपति प्रो. राजेश सिंह से मुलाक़ात कर इस संबंध में प्रस्ताव दिया जिसे कुलपति ने तत्काल स्वीकार कर लिया। करार का प्रस्ताव विश्वविद्यालय प्रशासन और अदम्य चेतना फाउंडेशन की ओर से तैयार किया जा रहा है।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Published: Thu, 18 Mar 2021 04:58 PM (IST)Updated: Thu, 18 Mar 2021 04:58 PM (IST)
बेंगलुरू के अदम्य चेतना फाउंडेशन से विश्‍वविद्यालय का होगा करार Gorakhpur News
पौधारोपण करते कुलपति प्रो राजेश सिंह, साथ में सामाजिक कार्यकर्ता तेजस्विनी अनन्त कुमार। जागरण

गोरखपुर, जेएनएन। सामाजिक विकास और पर्यावरण संरक्षण में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने बैंगलुरू की अदम्य चेतना फाउंडेशन के साथ करार करने की योजना बनाई है। करार के अंतर्गत दोनों संस्थान विश्वविद्यालय में वेस्ट मैनेजमेंट पर काम करेंगे। इसके तहत विश्वविद्यालय परिसर को प्लास्टिक बोतल फ्री बनाया जाएगा और हास्टल व टीचर्स कालोनी से निकलने वाले वेस्ट से बायोगैस बनाने की दिशा में काम किया जाएगा।

loksabha election banner

वेस्ट मैनेजमेंट पर दोनों संस्थान मिलकर करेंगे काम

अदम्य चेतना फाउंडेशन की ट्रस्टी तेजस्विनी अनन्त कुमार ने कुलपति प्रो. राजेश सिंह से मुलाक़ात कर इस संबंध में प्रस्ताव दिया, जिसे कुलपति ने तत्काल स्वीकार कर लिया। करार का प्रस्ताव विश्वविद्यालय प्रशासन और अदम्य चेतना फाउंडेशन की ओर से तैयार किया जा रहा है। तेजस्विनी अनंत कुमार इस मुहिम की मुख्य सलाहकार होंगी। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय में पानी के लिये प्रयोग की जाने वाली हर प्लास्टिक बोतल को स्टील की बोतल से बदला जाएगा। सभी विभागों को स्टील की बोतल का प्रयोग करने के लिए निर्देश जारी कर दिया गया है।

कुलाधिपति वाटिका में हुआ पौधारोपण

अदम्य चेतना फाउंडेशन की ट्रस्टी तेजस्विनी अनंत कुमार ने दीक्षा भवन के सामने स्थित कुलाधिपति वाटिका में रुद्राक्ष का पौधा लगाया। कहा कि विश्वविद्यालय की ओर से पर्यावरण संरक्षण को लेकर चलाई जा रही मुहिम के दूरगामी परिणाम होंगे। उन्होंने विश्वविद्यालय को हरा-भरा करने में हरसंभव मदद करने का आश्वासन भी दिया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. राजेश सिंह भी मौजूद रहे।

नैक पीयर टीम ने डीवीएन पीजी कालेज का किया मूल्यांकन

दिग्विजयनाथ पीजी कालेज में नैक मुल्यांकन के तीसरे और अंतिम चक्र में नैक पीयर टीम ने कालेज का निरीक्षण किया। दो दिवसीय निरीक्षण कार्यक्रम के पहले दिन टीम ने कालेज प्राचार्य डा. शैलेंद्र प्रताप सिंह के साथ कालेज की सभी गतिविधियों और शैक्षिक गुणवत्ता की चर्चा की। इस क्रम में टीम ने कालेज के सभी 22 विभागों के प्रभारियों से भी विचार-विमर्श किया और पुस्तकालय, वाचनालय, वाटर हार्वेस्टिंग, कंपोस्ट प्वाइंट, दिव्यांग व स्वास्थ्य व्यवस्था, खेलकूद व्यवस्था, कैंटीन, जिम और योग केंद्र का निरीक्षण किया। टीम के सदस्योंं ने छात्र परिषद, प्लेसमेंट सेल, लैग्वेज लैब, पुरातन छात्र परिषद और अभिभावकों के साथ विद्यार्थियों की समस्याओं की चर्चा की। पहले दिन सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के विद्यार्थियों ने मोहक प्रस्तुति से टीम को मंत्रमुग्ध कर दिया। दूसरे दिन नैक पीयर टीम ने प्राचार्य को अपनी आख्या सौंपते हुए उन्हें बधाई दी। प्राचार्य ने उनका धन्यवाद ज्ञापित किया। निरीक्षण और मूल्यांकन के दौरान कालेज की व्यवस्था का संचालन डा. राजशरण शाही ने किया। आभार ज्ञापन डा. शशिप्रभा सिंह ने किया। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.