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गोरखपुर विश्‍वविद्यालय ने प्रवेश परीक्षा का आवेदन शुल्क घटाया Gorakhpur News

विश्वविद्यालय में पढऩे वाले अधिकांश छात्र ग्रामीण क्षेत्र से आते हैं जो आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं। इसी के मद्देनजर प्रवेश परीक्षा आवेदन शुल्क कम करने का निर्णय लिया गया है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Sat, 30 May 2020 02:00 PM (IST)Updated: Sat, 30 May 2020 02:00 PM (IST)
गोरखपुर विश्‍वविद्यालय ने प्रवेश परीक्षा का आवेदन शुल्क घटाया Gorakhpur News
गोरखपुर विश्‍वविद्यालय ने प्रवेश परीक्षा का आवेदन शुल्क घटाया Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने शैक्षिक सत्र 2020-21 में स्नातक व स्नातकोत्तर में प्रवेश लेने वाले छात्रों को बड़ी राहत दी है। वित्त समिति की हुई बैठक में विश्‍वविद्यालय प्रशासन ने प्रवेश परीक्षा आवेदन शुल्क 20 फीसद घटा दिया है। कोरोना के मद्देनजर आवेदन शुल्क घटाने वाला गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रदेश का पहला विवि बन गया है।

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शिक्षकों और कर्मचारियों के मानदेय में भी कटौती

कुलपति प्रो. विजय कृष्ण सिंह की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में हुई बैठक में गत वर्षों में प्रवेश परीक्षा के दौरान शिक्षकों व कर्मचारियों को दिए जाने वाले मानदेय में भी 20 फीसद कटौती करने का निर्णय लिया गया। साथ ही अन्य खर्चों को भी नियंत्रित करने का फैसला किया गया। बैठक में प्रमुख रूप से वित्त अधिकारी अमर सिंह, कुलसचिव डॉ. ओम प्रकाश, परीक्षा नियंत्रक डॉ. अमरेंद्र कुमार सिंह, क्षेत्रीय उच्च शिक्षाधिकारी डॉ. अश्विनी मिश्रा, कर्मचारी संघ अध्यक्ष महेंद्र नाथ सिंह, लेखाधिकारी पीएन सिंह, अतुल श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

स्नातक प्रवेश आवेदन शुल्क

श्रेणी                पूर्व में शुल्क       नया शुल्क

सामान्य, ओबीसी    750              600

एससी-एसटी        500              400

स्नातकोत्तर प्रवेश आवेदन शुल्क

श्रेणी                पूर्व में शुल्क       नया शुल्क

सामान्य, ओबीसी     1000            800

एससी-एसटी          750             600

अन्य खर्चों में भी कटौती

शासन के निर्देश के क्रम में विश्वविद्यालय प्रशासन ने वित्त समिति की बैठक में अन्य खर्चों में भी कटौती करने का निर्णय लिया। इनमें विशेष रूप से स्टेशनरी, कार्यालय व्यय, यात्रा व्यय, स्थानांतरण यात्रा व्यय, अवकाश यात्रा सुविधा तथा मुद्रण एवं प्रकाशन आदि में कटौती शामिल है। इसके अलावा वित्तीय वर्ष-2020-21 में कोई सेमिनार न कराकर वेबिनार कराने का भी निर्णय गया। साथ ही बैठकें वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से कराने तथा सम्मेलन, सेमिनार व कार्यशालाओं के लिए शासकीय भवनों का ही उपयोग करने का निर्णय लिया गया। कुलपति ने कहा है कि गोरखपुर विश्वविद्यालय में पढऩे वाले अधिकांश छात्र ग्रामीण क्षेत्र से आते हैं, जो आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं। इसी के मद्देनजर छात्रहित में प्रवेश परीक्षा आवेदन शुल्क कम करने का निर्णय लिया गया है।


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