गोरखपुर विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा तिथि घोषित, जानें- किस दिन होगी किस विषय की परीक्षा Gorakhpur News
गोरखपुर विश्वविद्यालय की स्नातक की परीक्षाएं 29 सितंबर से 13 अक्टूबर तक होंगी। परास्नातक की परीक्षाएं पांच से 13 अक्टूबर तक चलेंगी।
गोरखपुर, जेएनएन। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में स्नातक व परास्नातक की कक्षाओं की प्रवेश परीक्षा का कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। स्नातक की परीक्षाएं 29 सितंबर से 13 अक्टूबर तक होंगी। परास्नातक की परीक्षाएं पांच से 13 अक्टूबर तक चलेंगी।
प्रवेश परीक्षा के समन्वयक डॉ. राजवंत राव ने बताया कि स्नातक की सभी परीक्षाएं दोपहर बाद दो से सायं चार बजे के बीच होंगी। दोनों पालियों में परास्नातक की परीक्षाएं सुबह नौ से 11 बजे तक तथा दोपहर बाद दो से चार बजे तक कराई जाएंगी। 29 सितंबर को बीएससी बायो, 30 सितंबर को बीकॉम, एक अक्टूबर को बीएससी मैथ, तीन अक्टूबर को बीए, पांच अक्टूबर को बीएससी कृषि, छह अक्टूबर को बीएससी नर्सिंग, सात अक्टूबर को बीए एलएलबी, आठ अक्टूबर को बीबीए, नौ अक्टूबर को बीएससी होम साइंस, 10 अक्टूबर को बीसीए, 12 अक्टूबर को बीएससी फिजियोथेरेपी व 13 अक्टूबर को बीएससी एमएलटी की प्रवेश परीक्षाएं होंगी।
इन तिथियों को होंगी परीक्षाएं
परास्नातक की कक्षाओं में पांच अक्टूबर को एमए हिंदी, इकोनॉमिक्स, माइक्रोबायोलॉजी होमसाइंस, एमएससी एजी, बीएससी नर्सिंग पोस्ट बेसिक, छह अक्टूबर को एमएससी एनवायरमेंटल साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स, एमकॉम, सात अक्टूबर को मनोविज्ञान, उर्दू एमएससी जूलॉजी, एमएससी फिजिक्स, आठ अक्टूबर को एमए सोशियोलॉजी, एमएससी बॉटनी, एमएससी मैथमेटिक्स, नौ अक्टूबर को एमए मॉडर्न हिस्ट्री, एंसीएंट हिस्ट्री, एमएससी केमिस्ट्री, एलएलएम, 10 अक्टूबर को एलएलबी, एमएससी बायोटेक्नोलॉजी, बीजे, 12 अक्टूबर को एमएड पेपर फर्स्ट व सेकेंड, एमए अंग्रेजी, राजनीति विज्ञान , 13 अक्टूबर को भूगोल, दृश्य कला, शिक्षा शास्त्र की प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
बिना अनुमति के ही महाविद्यालय में शुरू हो गई नियुक्ति प्रक्रिया
सेंट एण्ड्यूज महाविद्यालय में बिना निदेशालय के अनुमति के शिक्षकों के विभिन्न पदों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो गई है। शिक्षकों के विभिन्न पदों के लिए विज्ञापन प्रकाशित कराया गया और साक्षात्कार की भी प्रक्रिया शुरू हो गयी है। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी ने इसे गलत ठहराया है। उन्होंने इस मामले को संज्ञान में लेकर कुल सचिव दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय(दीदउगोविवि) को आवश्यक कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है।
क्षेत्रीय उच्च शिक्षाधिकारी डॉ अश्विनी कुमार मिश्र की ओर से कुल सचिव दीदउगोविवि को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि महाविद्यालय द्वारा निदेशालय के बिना अनुमति के शिक्षकों के नियुक्ति से संबंधित विज्ञापन प्रकाशित कराना गलत है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय द्वारा उपलब्ध कराई गई आख्या में बताया गया है कि जिन पदों का विज्ञापन प्रकाशित कराया गया है, उन पदों के लिए निदेशालय ने वर्ष 2016 व 2017 में ही अनुमति दे दी थी। कुल सचिव ने यह भी अवगत कराया है कि अनुमति की अवधि को तीन वर्ष बीत गए हैं। ऐसे में महाविद्यालय को स्पष्टीकरण देते हुए निदेशालय से फिर से अनुमति लेनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। ऐसे में भर्ती प्रक्रिया नियमानुसार नहीं है। क्षेत्रीय उच्च शिक्षाधिकारी ने कुल सचिव से तथ्यों को संज्ञान लेकर आवश्यक कार्रवाई के लिए कहा है।
नहीं हो सका प्राचार्य से संपर्क
इस मामले को लेकर महाविद्यालय के प्राचार्य का पक्ष जानने की कोशिश की गई। उनके नंबर पर शाम 4.15, 4.17 व 5.04 बजे काल की गई, काल रिसीव न हो सकी। व्हाट़सएप पर मैसेज किया गया, लेकिन वह रीड नहीं हो सका।
इस पूरे प्रकरण को लेकर कुल सचिव को शिकायत की गई है। इससे संबंधित आख्या भी भेज दी गई है। इस प्रकरण में निदेशालय का एक पत्र भी आया था, उसे भी कुल सचिव को भेजा जा चुका है। - डॉ अश्विनी कुमार मिश्र, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी
यह मामला पूरी तरह संज्ञान में है। इस पर कार्रवाई प्रक्रियाधीन है। इससे संबंधित फाइल कुलपति के पास भेजी गई है। इस पर निर्णय उन्हीं को लेना है। - डॉ ओम प्रकाश, कुल सचिव दीदउगोविवि।