गोरखपुर में धारदार हथियार से ऑटो चालक की गला रेतकर हत्या
गोरखपुर के गुलरिया के जंगल शिवपुर सहबाजगंज में बीती रात ऑटो चालक की गला रेतकर हत्या कर दी गयी। हत्या का कारण अवैध संबंध बताया जा रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर के गुलरिया के जंगल शिवपुर सहबाजगंज में बीती रात ऑटो चालक की गला रेतकर हत्या कर दी गयी। घटना की जानकारी होने के बाद काफी देर बाद तक पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही। पादरी बाजार पुलिस चौकी प्रभारी अरुण कुमार सिंह घटनास्थल गुलरिया में होने की की बात कहकर इंस्पेक्टर गुलरिया व क्षेत्राधिकारी गोरखनाथ को इसकी जानकादी दी। थोड़ी देर बाद घटनास्थल पर पहुंचे इंस्पेक्टर गुलरिया मनोज कुमार राय व इंस्पेक्टर शाहपुर राकेश चंदेल सीमा विवाद में उलझ गए। अंत में सीमा का गड़ा पत्थर देखकर स्पष्ट किया गया कि घटनास्थल गुलरिया में ही है। इसके बाद क्षेत्राधिकारी प्रवीण कुमार सिंह भी घटनास्थल पहुंचे और छानबीन शुरू की।
गुलरिया के जंगल शिवपुर सहबाजगंज में शाहपुर गीतावाटिका निवासी उमेश गुप्ता के तीन कमरों के टिनशेड मकान में उमेश प्रसाद मूल निवासी कटया थाना मोहम्मदपुर मोड़ जिला गोपालगंज पूरे परिवार के साथ रहकर रिक्शा चलाता था। इसकी जानपहचान करीब आठ वर्ष पूर्व धर्मशाला पर ऑटो चालक रामकरन निषाद उर्फ मतेलू पुत्र कांता निषाद (30) निवासी बधिक टोला पादरी बाजार से हो गयी। रामकरन निषाद अविवाहित था और इसका आना-जाना उमेश प्रसाद के घर हो गया। उमेश प्रसाद की पत्नी शीला देवी जो कई घरों में चौका-बर्तन की काम करती है। रामकरन का शीला से करीबी रिश्ता हो गया। दो वर्ष पहले उमेश प्रसाद रिक्शा बेंचकर ऑटो खरीद लिया जिसे उसी के घर रह कर रामकरन चलाने लगा। उमेश की एक लड़की 17 वर्ष व दो लड़के क्रमश 16 वर्ष व 13 वर्ष है। लड़की घर पर रहती है व बड़ा लड़का मजदूरी तथा छोटा पढ़ाई करता है।
रविवार की रात खाना खाने के बाद एक ही रूम में उमेश प्रसाद व रामकरन निषाद सोए हुए थे। पत्नी शीला देवी के अनुसार वह कॉलोनी में ही जहा काम करती है और अक्सर वहीं सो जाती है। बीती रात भी वही सोई हुई थी कि बेटी ने वहीं पहुचकर घर में रामकरन की खून से लतपथ लाश पड़ी होने की सूचना दी। शीला देवी शव को देख कर चिल्लाती हुई निकट के पादरी बाजार पुलिस चौकी पहुंची और अपने पति पर हत्या का आरोप लगाने लगी। क्षेत्राधिकारी प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि मामला आशनाई व पुराना विवाद से जुड़ा है। घटनास्थल पर दुपट्टा मिला है जिससे पैर बांधने का प्रयास किया गया है।