योगी के गढ़ में निषाद पार्टी ने पेश किया अपना दावा, मांगी यह वीआइपी सीट
UP Vidhan Sabha Chunav 2022 सीएम योगी आदित्यनाथ का गढ़ मानी जाने वाली गोरखपुर ग्रामीण विधान सभा निषाद पार्टी के खाते में गई है। इस सीट से निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद के पुत्र सरवन निषाद यहां से चुनाव लड़ेंगे।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। निषाद पार्टी के उम्मीदवार व पार्टी के प्रदेश प्रभारी सरवन निषाद के गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा सीट से टिकट तय होने पर गुरुवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की डा. संजय निषाद की पत्नी मालती निषाद गोरखनाथ मंदिर पहुंची और मत्स्येंद्रनाथ का आशीर्वाद लिया। इस दौरान उनके साथ डा. अमित निषाद, प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र मणि निषाद व व्यास मुनि निषाद भी मौजूद रहे। सभी ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक घोषणा होनी है।
डा. संजय ने जागरण से बातचीत में की पुष्टि, आधिकारिक घोषणा बाकी
निषाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय निषाद ने जागरण से बातचीत में गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा से निषाद पार्टी के चुनाव लड़ने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि 2022 में एनडीए की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी। भाजपा के साथ बिना किसी पेंच व दिक्कत के सभी सीटों पर सहमति बन गई है।
सीएम योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में हुई मुलाकात
उन्हाेंने बताया कि गुरुवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस दौरान उनसे चुनाव को लेकर तैयारियों पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों पर जीत का मंत्र दिया साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि प्रदेश में एनडीए की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है। मैंने भी मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि भारतीय जनता पार्टी, निषाद पार्टी और अपना दल 2019 के लोकसभा चुनावों की भांति इस बार भी बड़ी जीत हासिल करेगी। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को निषाद पार्टी के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री के साथ बैठक होगी। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान संत कबीर नगर से माननीय सांसद ई. प्रवीण निषाद और निषाद पार्टी प्रदेश प्रभारी ई.सरवन निषाद भी मौजूद रहे।
उपेन्द्र शुक्ला की पत्नी के सपा में जाने से राजनीति गरमाई
उधर, भाजपा को वरिष्ठ नेता रहे स्वर्गीय उपेन्द्र दत्त शुक्ल की पत्नी सुभावती शुक्ला के सपा में जाने से सदर विधान सभा की राजनीति गरमा गई है। समाजवादी पार्टी गोरखपुर सदर विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ शुभावती शुक्ला को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। भाजपा संगठन के कद्दावर नेताओं में रहे उपेंद्र दत्त शुक्ला को गोरखपुर, बस्ती और आजमगढ़ मंडल में पार्टी का ब्राह्मण चेहरा माना जाता था।
पार्टी में लंबे समय तक संगठन की सेवा करने वाले उपेंद्र दत्त गोरखपुर के क्षेत्रीय अध्यक्ष भी रहे। भाजपा ने उन्हें कौड़ीराम विधानसभा सीट पर तीन बार चुनाव मैदान में उतारा, लेकिन जीत दर्ज कराने में असफल रहे। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद गोरखपुर सदर लोकसभा सीट पर 2018 में हुए उपचुनाव में भाजपा ने उन्हें एक बार फिर प्रत्याशी बनाया, लेकिन सपा प्रत्याशी प्रवीण निषाद से पराजित हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की परंपरागत सीट से भाजपा की हार के बाद उपेंद्र शुक्ला सक्रिय राजनीति से दूर होते गए। इस बीच डेढ़ साल पहले निधन हो गया।