बलिया और देवरिया में पकड़े गए डकैतों को रिमांड पर लेगी गोरखपुर पुलिस Gorakhpur News
गोरखपुर में डकैती डालने वाले बलिया और देवरिया के रहने वाले बदमाशों को गोरखपुर पुलिस रिमांड पर लेगी। एसएसपी के निर्देश पर गगहा पुलिस ने गिरोह के सरगना और उसके साथी को रिमांड पर लेने की तैयारी शुरू कर दी है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर के गगहा में ईंट भट्ठा पर डकैती डालने वाले बलिया और देवरिया के रहने वाले बदमाशों को गोरखपुर पुलिस रिमांड पर लेगी। एसएसपी के निर्देश पर गगहा पुलिस ने गिरोह के सरगना और उसके साथी को रिमांड पर लेने की तैयारी शुरू कर दी है। फरार चल रहे हैं पांच अन्य बदमाशों की सरगर्मी से तलाश चल रही है।
10 नवंबर की रात में गगहा क्षेत्र के ईंट भट्टे पर हुई थी वारदात
10 नवंबर की रात में गगहा क्षेत्र के सकरी गांव स्थित रामकृपाल मिश्र के ईट भट्टे पर मजदूरों को बंधक बनाकर बदमाशों ने लूटपाट के साथ ही दो नाबालिग़ लड़कियों के साथ छेड़खानी की थी। तहरीर के आधार पर डकैती, दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट का मुकदमा दर्ज कर गगहा पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम बदमाशों की तलाश में।जुटी पुलिस ने 15 नवम्बर की सुबह झंगहा क्षेत्र के रहने वाले जीजा-साले को गगहा के जाखिन माता मंदिर के पास घेराबंदी कर ऑटो समेत गिरफ्तार किया। पूछताछ में दोनों की पहचान झंगहा के नई बाजार, रसूलपुर नंबर दो निवासी महेंद्र यादव और उसके साले क्षेत्र के बैरवा निवासी सुनील यादव के रूप में हुई।
बलिया का रहने वाला है गिरोह का सरगना
दोनों ने ईंट भट्ठे पर हुई डकैती में शामिल होने की बात कबूल की। उन्होंने बताया कि बलिया का रहने वाला विशुनदेव यादव उनके गिरोह का सरगना है। नौ साथियों के साथ मिलकर उन्होंने वारदात को अंजाम दिया था। सूचना मिलने पर बलिया पुलिस ने विशुनदेव यादव को गिरफ्तार कर लिया। उससे मिली जानकारी के आधार पर देवरिया पुलिस ने गिरोह के एक सदस्य को पकड़कर जेल भेज दिया। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि वारदात में शामिल जो बदमाश फरार हैं उनकी तलाश चल रही है। देवरिया और बलिया में पकड़े गए बदमाशों को रिमांड पर लिया जाएगा।
बदमाशों के पास से मिला था लूटा गया सामान
पकड़े गए बदमाशों के पास से ईट भट्ठे से लूटा हुआ 20670 रुपये, तीन मोबाइल फोन, 315 बोर का एक तमंचा, घटना में इस्तेमाल हुई ऑटो और गहने बरामद हुए थे। महेंद्र यादव ने पुलिस को बताया था कि वारदात को अंजाम देने से पहले अपने साले के साथ ऑटो से वह भट्टे पर गया था। जानकारी लेने के बाद चला आया और फोन से साथियों को जानकारी दी। 10 नवंबर की रात में अपनी ऑटो से सभी साथियों को लेकर ईंट भट्टे पर वारदात को अंजाम देने पहुंचा था।