गोरखपुर पुलिस पूरी तरह असहाय, इंटरनेट काल से पुलिस को छका रहे बदमाश
एक माह पहले स्पूफिंग काल के जरिए डीआइजी एसएसपी व सीओ के सीयूजी नंबर से महिला को धमकी दी गई थी। एसएसपी के आदेश पर तिवारीपुर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया लेकिन आरोपित को ट्रेस करने में नाकाम रही।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। इंटरनेट के जरिए काल करने वाले बदमाश पुलिस के लिए सिरदर्द बने हैं।सर्विलांस के जरिए शातिरों तक पहुंचने वाली इन शातिरों को पकडऩे के लिए लंबे समय से जूझ रही है।सिकरीगंज के व्यापारी से रंगदारी मांगे जाने से पहले भी इंटरनेट काल के जरिए धमकी देने के कई मामले सामने आए जिसका पर्दाफाश आज तक नहीं हुआ।
एक माह पहले स्पूफिंग काल के जरिए डीआइजी, एसएसपी व सीओ के सीयूजी नंबर से महिला को धमकी दी गई थी। एसएसपी के आदेश पर तिवारीपुर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया लेकिन आरोपित को ट्रेस करने में नाकाम रही। 2016 में मिली धमकी पर एनआइए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की मदद से जांच का भरोसा तत्कालीन एसएसपी ने दिलाया था। बाद में पुलिस किसी सिरफिरे की हरकत बताकर टालने लगी। इंटरनेट काल के जरिए फोन आने के बाद जिले में कुछ दिन हड़कंप और अफरा-तफरी फैल जाती है। वर्ष 2007 में इसी तरह की धमकियों के बाद गोलघर में सीरियल ब्लास्ट की घटना हुई थी।
इन मामलों का नहीं हुआ पर्दाफाश
18 जून 2021 : सिकरीगंज क्षेत्र के रहने वाले व्यापारी को इंटरनेट काल के जरिए फोन कर 20 लाख रुपये रंगदारी मांगी गई।बात न मानने पर जान से मारने की धमकी मिली।
आठ जून 2021 : स्पूफिंग काल के जरिए डीआइजी, एसएसपी व सीओ के सीयूजी नंबर से तिवारीपुर क्षेत्र की रहने वाली महिला को धमकी दी गई।
23 जनवरी 2017: रेलवे स्टेशन को उड़ाने की धमकी किसी ने पुलिस कंट्रोल रूम को दी। चेङ्क्षकग के बाद कैंपस की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।
अप्रैल 2016 :कैंट थाना के सामने खड़ी बस में बम विस्फोट की धमकी चौरीचौरा एसओ के सीयूजी नंबर पर दी गई।
28 मार्च 2016:इंटरनेट काल के जरिए शहर में 25 जगहों पर सीरियल ब्लास्ट की धमकी से पुलिस हलकान रही।
26 मार्च 2016: गोरखनाथ मंदिर में बम रखे होने की सूचना पुलिस को दी गई।तीन मार्च 2016 को दिल्ली से गोरखपुर आ रही फ्लाइट में बम होने की सूचना दी गई थी।
बढ़ाई गई व्यापारी के परिवार की सुरक्षा
इंटरनेट काल के जरिए सिकरीगंज के व्यापारी से रंगदारी मांगने वाले का सुराग नहीं मिला है। साइबर सेल के साथ ही क्राइम ब्रांच और सिकरीगंज पुलिस छानबीन कर रही है।ऐहतियात के तौर पर व्यापारी के परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। रंगदारी की रकम न मिलने पर पिता-पुत्र की हत्या किए जाने की धमकी मिलने से रामडीह गांव के रहने वाले गल्ला व्यापारी अयोध्या प्रसाद जायसवाल का परिवार दहशतजदा है।क्राइम ब्रांच के साथ ही साइबर सेल की टीम रविवार से ही इंटरनेट काल करने वाले के बारे में छानबीन कर रही है।एसपी साऊथ अरुण कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि व्यापारी के घर और सिकरीगंज स्थित दुकान पर सिपाहियों की ड्यूटी लगाई गई है। अयोध्या प्रसाद ने बताया कि 2005 में बदमाशों ने चिट्टी भेजकर पांच लाख रुपये रंगदारी मांगी थी। एसएसपी दिनेश कुमार पी का कहना है कि इंटरनेट काल के जरिए सिकरीगंज के व्यापारी से रंगदारी मांगने वाले के बारे में छानबीन की जा रही है।एहतियात के तौर पर व्यापारी के परिवार को सुरक्षा मुहैया करा दी गई है।आरोपितों को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया जाएगा।