Gorakhpur News: गोरखपुर की सड़कों पर बिहार के परिवहन माफिया का राज, बिहार में बैठकर जारी कर रहा बसों का परमिट
Gorakhpur News गोरखपुर की सड़कों पर इस समय वाहन माफिया का राज है। प्रशासन की लाख सख्ती के बाद भी सड़कों पर अवैध रूप से चल रही बसें सवारी भरती रहती हैं जिससे प्रतिदिन जाम लगता है। प्रतिदिन जाम के बाद भी अधिकारी सख्ती नहीं बरत रहे हैं।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर में परिवहन माफिया के आगे प्रशासन, नगर निगम, आरटीओ व यातायात पुलिस और विभागों के के जिम्मेदार अफसर बेबस नजर आ रहे हैं। शासन की सख्ती के बाद भी शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर चल रहे अवैध आटो व बस स्टैंड बंद नहीं हुए। अफसर कार्रवाई की जगह जागरूकता अभियान चला रहे हैं।
शहर में हर चौराहे चल रहा अवैध आटो व बस स्टैंड
शहर में बस व आटो चालक जहां चाह, वहां राह की तर्ज पर वाहन खड़ा कर देते हैं। कचहरी चौराहा हो या शास्त्री चौक सभी जगह सड़क पर आटो व बस का खड़ा होना जारी है। स्थिति इतनी खराब है कि एसपी क्राइम व एसपी यातायात कार्यालय के बीच पार्किंग के लिए सुरक्षित फुटपाथ पर मालवाहक वाहनों का कब्जा रहता है। इसकी वजह से पुलिस लाइन की तरफ जाने वालों को रोजाना जाम का सामना करना पड़ता है लेकिन अधिकारियों की नजर कभी भी इस तरफ नहीं गयी।
शहर के इन जगहों पर हमेशा सड़क पर खड़े रहते हैं वाहन
शहर के धर्मशाला बाजार, असुरन, मेडिकल कालेज, बरगदवा, मोहरीपुर, पादरी बाजार, खजांची, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, कार्मल रोड के आसपास आटो व बस का अवैध पड़ाव बना है।दिन का कोई भी वक्त हो, ये बेरोकटोक निकलते हैं और सड़कों पर जाम लगा देते हैं।पुलिस, प्रशासन, परिवहन विभाग इनपर कोई सख्ती नहीं करता।शासन की सख्ती के बाद भी इस तरफ किसी का ध्यान नहीं है।
बिहार के बंधु जारी करते हैं परमिट
बिहार के बगहा, बाल्मिकीनगर, मधुबनी, गोपालगंज, सिवान के लिए गोरखपुर से रोजाना 50 से अधिक बस जाती है। परिवहन माफिया स्टेशन रोड, बस अड्डा के पास सड़क पर खुलेआम सवारी भरते हैं लेकिन उन्हें रोकने वाला कोई नहीं। बिहार के रहने वाले बंधु का रसूख इतना बड़ा है कि वह बसों के बिहार जाने और आने का परमिट जारी करने के साथ ही सवारी भरने का शेड्यूल जारी करते हैं।