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होर्डिंग से हर साल दस करोड़ रुपए कमाएगा गोरखपुर नगर न‍िगम

नगर निगम प्रशासन ने होर्डिंग लगाने के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कुछ टेंडर फाइनल हो चुके हैं तो का फिर से टेंडर करने की तैयारी चल रही है। अब तक नगर निगम प्रशासन को पूरे साल विज्ञापन से कुछ लाख रुपये की आय होती थी।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Mon, 27 Sep 2021 08:05 AM (IST)Updated: Mon, 27 Sep 2021 08:05 AM (IST)
होर्डिंग से हर साल दस करोड़ रुपए कमाएगा गोरखपुर नगर न‍िगम
गोरखपुर नगर न‍िगम होर्डिंग से हर साल दस करोड़ रुपये की कमाई करेेगा। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर नगर निगम में विज्ञापन अब चंद लोगों के लिए सोने की मुर्गी नहीं रह पाएगा। नगर निगम प्रशासन ने कमाई का जरिया बने विज्ञापन व्यवस्था में सुधार के लिए कोशिशें तेज कर दी हैं। पिछले साल ही नगर निगम बोर्ड के निर्णय को लागू कर नगर निगम फिलहाल सालाना 4.73 करोड़ रुपये की कमाई विज्ञापन मद में करने की तैयारी में जुट गया है। नगर आयुक्त अविनाश सिंह का कहना है कि नगर निगम क्षेत्र में विज्ञापन का स्कोप बहुत ज्यादा है। जल्द ही लक्ष्य 10 करोड़ पहुंचाया जाएगा। ईमानदारी से इस लक्ष्य को भी आसानी से हासिल कर लिया जाएगा।

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4.73 करोड़ की आय के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू, कर न जमा करने वालों को नोटिस जारी

नगर निगम प्रशासन ने यूनिपोल, जमीन और छत पर होर्डिंग लगाने के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कुछ टेंडर फाइनल हो चुके हैं तो का फिर से टेंडर करने की तैयारी चल रही है। अब तक नगर निगम प्रशासन को पूरे साल विज्ञापन से कुछ लाख रुपये की आय होती थी। ज्यादातर महत्वपूर्ण स्थानों पर चंद प्रभावशाली लोगों का विज्ञापन लगता था और इसके मद में होने वाली आय नगर निगम के खजाने में न जाकर कुछ लोगों की जेब में जाती थी।

ऐसे होगी आय

टेंडर-विज्ञापन-आय

प्रीमियम टेंडर 115 यूनिपोल 1.13 करोड़

66 यूनिपोल 50 लाख

विज्ञापन शुल्क 181 यूनिपोल 1.50 करोड़

ग्राउंड होर्डिंग एक करोड़

रूफ टाप होर्डिंग 50 लाख

छोटे विज्ञापन 10 लाख

कुल आय 4.73 करोड़

छत से की कमाई, अब देंगे रुपये

घर की छत पर होर्डिंग (रूफ टाप) लगवाकर कमाई करने वालों से अब निगम कर वसूलेगा। नगर निगम क्षेत्र के तीन सौ स्थानों को चिह्नित कर इनके भवन स्वामियों को नोटिस जारी किया जा रहा है। कर की वसूली के लिए इसे गृहकर में जोड़ा जाएगा। कर जमा करने में आनाकानी करने वालों के खिलाफ आरसी जारी करने की तैयारी है। उप नगर आयुक्त संजय शुक्ल ने बताया कि अभी विज्ञापन से सालाना आय 25-26 लाख के बीच है। नए टेंडर के बाद आय में काफी इजाफा होगा।

होर्डिंग से पता चलेगा, वैध है या अवैध

अवैध होर्डिंग की पहचान के लिए नगर निगम प्रशासन ने नई व्यवस्था बनाई है। नगर निगम को राजस्व का नुकसान पहुंचाकर खुद कमाई कर रही विज्ञापन एजेंसियों पर लगाम लगाने के लिए होर्डिंग पर कलर कोडिंग की जाएगी। यह कोडिंग सिर्फ नगर निगम करेगा। कलर कोडिंग बिना शहर में लगीं होर्डिंग अवैध मानी जाएंगी और इसे तत्काल जब्त किया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप नगर निगम की आय बढ़ाने की दिशा में बहुत बड़ा कदम उठाया गया है। विज्ञापन से नगर निगम की 10 करोड़ की कमाई का लक्ष्य रखा गया है। शहर में विज्ञापन का बहुत ज्यादा स्कोप है। हमें उम्मीद है कि कमाई लक्ष्य से ज्यादा होगी। विज्ञापन में भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शहर में एक भी अवैध होर्डिंग, बैनर नहीं रहने दिया जाएगा। - अविनाश सिंह, नगर आयुक्त।


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