एक वार्ड और दो दावेदार, जानें-क्या है माजरा Gorakhpur News
नौसढ़ के लिए नगर निगम व (गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण) गीडा दोनों ने ही नोटिफिकेशन जारी कर अपने क्षेत्र में शामिल किया है। अचरज तो यह है कि यह स्थिति वर्षों से है।
गोरखपुर, जेएनएन। नौसढ़ वार्ड इन दिनों प्रशासनिक हलके में सुर्खियों में है। यह क्षेत्र दो सरकारी विभागों के अधिकार क्षेत्र में है। नौसढ़ के लिए नगर निगम व (गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण) गीडा दोनों ने ही नोटिफिकेशन जारी कर अपने क्षेत्र में शामिल किया है। अचरज तो यह है कि यह स्थिति वर्षों से है, लेकिन किसी ने इसे लेकर गंभीरता नहीं दिखाई। नौसढ़ क्षेत्र में एक नक्शा स्वीकृत करने का जब पेच फंसा तब मामला चर्चा में आया।
1982 में शामिल हुआ महानगर पालिका में
नौसढ़ को गोरखपुर महानगर पालिका में 1982 में शामिल किया गया। नौसढ़ के वार्ड बनने और गीडा की स्थापना का समय लगभग एक है। 1989 में दोनों विभागों ने इसे अपने क्षेत्र में शामिल किया। साफ-सफाई कराने और प्रमाण पत्र जारी करने का कार्य नगर निगम कर रहा है और नक्शा गीडा जारी करता है। दोनों विभाग इसे अपने अधिकार क्षेत्र में होने का दावा कर रहे हैं।
प्रमुख सचिव के सामने उठा मामला
पिछले दिनों दौरे पर आए गोरखपुर के नोडल अफसर प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार के सामने गीडा प्रशासन ने मामला उठाया। बताया कि गीडा ने नौसढ़ को पहले ही अधिग्रहीत कर लिया था।
नगर निगम कराता है विकास कार्य
गीडा भले ही नौसढ़ क्षेत्र में नक्शे पास करता है और अपने अधिकार क्षेत्र में होने का दावा करता है लेकिन यहा विकास कार्य नगर निगम कराता है। सफाई, जलापूर्ति, सड़क, नाली निर्माण तथा स्ट्रीट लाइट की सुविधा नगर निगम देता है।
गीडा का फिलहाल दावा नहीं
इस संबंध में गीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजीव रंजन का कहना है कि नौसढ़ क्षेत्र गीडा में है। नगर निगम के विकास कार्य से कोई दिक्कत नहीं है। मामला उठा जरूर है, लेकिन हम फिलहाल नौसढ़ पर दावा नहीं कर रहे हैं।
नगर निगम ने तो अपना पक्ष रखा
इस संबंध में नगर निगम के नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह का कहना है कि नौसढ़ में नगर निगम वर्षों से विकास कार्य करा रहा है। यह काम बदस्तूर जारी है। प्रमुख सचिव के सामने मामला उठा था। हमने अपना पक्ष रख दिया है।