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सीएम सिटी में खाली है खजाना, रुक गया विकास का पहिया

गोरखपुर नगर निगम का खजाना इस समय खाली है। स्थिति यह है कि विकास कार्यों के लिए भी रुपये नहीं हैं। ठेकेदारों का करोड़ों रुपये निगम पर बकाया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 13 Dec 2018 12:13 PM (IST)Updated: Fri, 14 Dec 2018 10:24 AM (IST)
सीएम सिटी में खाली है खजाना, रुक गया विकास का पहिया
सीएम सिटी में खाली है खजाना, रुक गया विकास का पहिया

गोरखपुर, जेएनएन। नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में पार्षदों को कोई खास आश्वासन नहीं मिला। फंड की कमी का हवाला देते हुए जिलाधिकारी व प्रभारी नगर आयुक्त के. विजयेंद्र पांडियन ने सदस्यों से स्पष्ट कहा कि निगम का कटोरा खाली है इसलिए अभी विकास कार्य संभव नहीं है। आश्वासन दिया कि बड़े कार्यों के प्रस्ताव को शासन की योजनाओं में शामिल कर कराया जाएगा। प्रस्ताव को स्वीकृति देने से पहले उसका सत्यापन होगा। बैठक में टैक्स कलेक्शन कर आय बढ़ाने तथा डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन पर ज्‍यादा जोर रहा।

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महापौर सीताराम जायसवाल की अध्यक्षता में तीन घंटे तक चली मैराथन बैठक में कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। तय हुआ कि कैटल कॉलोनी के लिए जमीन तलाशी जाएगी। कॉलोनी में छोटे-छोटे डेयरी का व्यवसाय करने वालों को बसाया जाएगा। इसी तरह पूर्व में निर्णय हुआ था कि जलकल के छोटे-छोटे ट्यूबवेल को भी बड़े ट्यूबवेल चलाने वाले ठेकेदार ही संचालित करेंगे। मगर ऐसा नहीं सका। बैठक में जब यह मुद्दा उठा तो तय हुआ कि अब नए सिरे से टेंडर निकाला जाएगा और एक ही ठेकेदार को बड़े-छोटे सभी ट्यूबवेल चलाने की जिम्मेदारी दी जाएगी। यही नहीं मानव संसाधन मुहैया कराने वाले ठेकेदारों का भी टेंडर निकालने पर सहमति बनी।

दैनिक कर्मचारियों को पीएफ और ईएसआई नहीं देने का भी मामला उठा। साथ ही यह भी शिकायत हुई कि आउटसोर्सिंग पर रखे गए ड्राइवरों के खाते में उनकी पूरी तनख्वाह भेजी जा रही मगर ठेकेदार बाद में उनपर दबाव बनाकर दो से ढाई हजार रुपये ऐंठ ले रहे। इस पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए चेतावनी दी कि जो भी ठेकेदार कर्मचारियों को पीएफ और ईएसआई की सुविधा नहीं देंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इस मामले की जांच कराने का निर्देश दिया। बेतियाहाता के पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी सोनू ने टैक्स विभाग में कर्मचारियों की मनमानी का मुद्दा उठाया। कहा कि टैक्स इंसपेक्टर वार्ड से टैक्स तो एकत्रित कर रहे मगर समय से उसे विभाग में जमा नहीं करते। इसपर डीएम ने मामले की जांच कराने का निर्देश दिया। इस मौके पर उपसभापति जितेंद्र सैनी, आकांक्षा राना, अपर नगर आयुक्त डीके सिन्हा, सुरेश चंद, संजय कुमार शुक्ला, पार्षद पिंटू गौड़, अशोक यादव, संजय यादव, रीता देवी, चंद्रशेखर आदि मौजूद रहे।

8014 प्वाइंटों पर लगेगी एलईडी

बैठक के दौरान ऋषि मोहन वर्मा ने महानगर के अलग-अलग हिस्सों में पथ प्रकाश न होने का मुद्दा उठाया। अपर नगर आयुक्त डीएम को बताया कि 8014 प्वाइंटों पर अब तक रोशनी का कोई इंतजाम नहीं हुआ है। इस पर कार्यकारिणी ने महानगर में एलईडी लगाने वाली फर्म ईईएसएल से ही सभी छूटे हुए प्वाइंटों पर 30 वाट की एलईडी लगाने पर मुहर लगा दी।

नाराज दिखे सपा-बसपा पार्षद

सपा-बसपा पार्षदों ने बैठक के दौरान वार्डों में विकास कार्य न होने का मुद्दा उठाया। शहाब अंसारी ने कहा कि कार्यकारिणी गठित हुए एक वर्ष हो गए, लेकिन वार्डों में एक पैसे का कार्य नहीं हुआ। निगम की इतनी खराब स्थिति तो कभी नहीं रही है। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि निगम बोर्ड के पास पैसे नहीं हैं इसलिए कार्य नहीं हो पा रहा है। जिलाधिकारी के जवाब पर सपा पार्षद नाराज हो गए और बैठक छोड़कर जाने लगे। तब महापौर ने उन्हें समझाकर बैठाया।


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