Gorakhpur Metro: कैबिनेट को भेजा गया DPR, प्रोजेक्ट पर शीघ्र मुहर लगने की उम्मीद Gorakhpur News
Gorakhpur Metro का डीपीआर कैबिनेट को भेजा गया। प्रोजेक्ट पर शीघ्र मुहर लगने की उम्मीद में जीडीए ने अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर में मेट्रो परियोजना पर काम शुरू करने की कवायद तेज हो गई है। राइट्स और लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन की टीम ने मेट्रो के डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) का अनुमोदन कर प्रदेश कैबिनेट को भेज दिया है, जहां से मंजूरी मिलते ही काम शुरू हो जाएगा। इसी के साथ जीडीए (गोरखपुर विकास प्राधिकरण) ने गोरखपुर विश्वविद्यालय के गौतम बुद्ध छात्रावास के पीछे स्थित 5000 वर्ग मीटर जमीन को सर्विस सब स्टेशन के लिए चिन्हित किया है। इसकी रिपोर्ट राइट्स (रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस) को भेज दी गई है।
राइट्स व लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन के अधिकारी डीपीआर पर लगा चुके हैं मुहर
राइट्स ने लॉकडाउन से पहले जीडीए के पास संशोधित डीपीआर भेजा था, जिसमें सर्विस सब स्टेशन को व्ही पार्क के पास बनाने का प्रस्ताव था। प्राधिकरण के आपत्ति जताने के बाद उसे नई जमीन खोजने को कहा गया था। हास्टल के पीछे वाली जमीन की तलाश इसी कवायद का हिस्सा है। बताते हैं कि निर्माण से जुड़ी सामग्री यहीं स्टोर की जाएगी। इस बीच रविवार को गोरखपुर दौरे पर आए प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन दीपक कुमार ने मेट्रो परियोजना की प्रगति के बारे में चर्चा की थी। उन्होंने बताया कि राइट्स व लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन के अधिकारियों ने डीपीआर देख लिया है। अब लॉकडाउन समाप्त हो चुका है, ऐसे में कैबिनेट से इसे जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
इस रूट पर चलेगी मेट्रो
शहर में तीन बोगियों (कार) वाली मेट्रो दो रूट पर चलेगी। 15.14 किमी लंबा पहला रूट श्याम नगर (बरगदवा के पास) से मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय तक होगा, जिस पर 14 स्टेशन होंगे। दूसरा रूट गुलरिहा से शुरू होकर बीआरडी मेडिकल कॉलेज, असुरन चौक, धर्मशाला, गोलघर, कचहरी चौराहा होते हुए नौसड़ तक जाएगा। 12.70 किमी लंबे इस रूट पर 12 स्टेशन होंगे। 4589 करोड़ वाली इस परियोजना के लिए प्रदेश सरकार ने गोरखपुर समेत अन्य शहरों के लिए 200 करोड़ रुपये का प्रस्ताव पास किया है।
लॉकडाउन की वजह से कार्य प्रभावित हुए थे, लेकिन अब सभी योजनाओं को गति मिल रही है। गोरखपुर मेट्रो की प्रक्रिया भी तेज हो गई है। मेट्रो के सर्विस सब स्टेशन के लिए विवि छात्रावास के पास जमीन चिन्हित कर रिपोर्ट भेज दी गई है। - राम सिंह गौतम, सचिव, जीडीए।