स्कूल के WhatsApp ग्रुप पर महिला शिक्षक ने लिखा- 'पाकिस्तान हमारी प्रिय मातृभूमि है', हंगामा Gorakhpur News
गोरखपुर के जीएन पब्लिक स्कूल के WhatsApp पर एक महिला शिक्षक ने पाकिस्तान की तारीफ कर दी। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया।
गोरखपुर, जेएनएन। शहर के जीएन पब्लिक स्कूल की कक्षा-चार, सेक्शन ए की क्लास टीचर द्वारा ऑनलाइन शिक्षण के लिए बने वाट्सएप ग्रुप पर 'नाउन' (संज्ञा) समझाने के लिए दिए गए उदाहरणों से विवाद खड़ा हो गया है। शिक्षिका ने पाकिस्तान को लेकर कई उदाहरण दिए हैं, जिस पर अभिभावकों ने आपत्ति जताई हैं। हालांकि मामले को तूल पकड़ता देख शिक्षिका ने तत्काल पहले वाले उदाहरण को हटा दिया।
शिक्षक शादाब खानम ने संज्ञा समझाने के क्रम में कुछ ऐसे उदाहरण दिए, 'पाकिस्तान हमारी प्रिय मातृभूमि है।' 'मैं पाकिस्तानी सेना में शामिल होऊंगा' तथा 'रशीद मिनहद एक बहादुर सैनिक था।' जैसे ही कुछ अभिभावकों ने इसे पर ग्रुप देखा, तत्काल स्क्रीन शॉट लेकर वायरल कर दिया। इसको लेकर लोगों में रोष है।
मेरा मकसद बच्चों को आसान तरीके से संज्ञा समझाना था। इसके लिए मैंने गूगल से सर्च कर सबसे छोटा उदाहरण ढूंढा। मैंने यह नहीं देखा कि पाकिस्तान है, चाइना है या फिर अमेरिका। जब बाद में मेरे संज्ञान में आया कि इससे लोगों को तकलीफ पहुंची है तो तत्काल मैंने इसे बदल दिया। - शादाब खानम, शिक्षिका
जैसे ही मेरे संज्ञान में मामला आया मैंने शिक्षक से इस बारे में पूछा। उन्होंने स्वीकार किया है कि उनसे गलती हो गई है। मैंने उन्हें नोटिस दे दिया है। स्पष्टीकरण के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी। - गोरक्ष प्रताप सिंह, प्रबंधक, जीएन पब्लिक स्कूल
प्रबंधन ने शिक्षिका को कार्य से रोका
शादाब खानम द्वारा ऑनलाइन शिक्षण कार्य के दौरान पाकिस्तान को लेकर दिए आपत्तिजनक उदाहरण की विद्यालय प्रबंधन ने कड़े शब्दों में निंदा की है। विद्यालय प्रबंधन ने शिक्षिका को शिक्षण कार्य से रोकने के साथ ही मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी। विद्यालय प्रबंधन ने जारी बयान में कहा है कि शिक्षिका का यह अपराध अक्षम्य है। विद्यालय की तरफ से एनसीईआरटी द्वारा प्रमाणित पुस्तकों का अवलोकन करते हुए ही अध्यापन कार्य करने की अनुमति है। हमें अपनी राष्ट्रीयता का हर स्तर पर सम्मान करना होगा। जो भी इसके विरुद्ध आचरण करेगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।
मामला गंभीर है। विद्यालय प्रबंधन से जांच कर कार्रवाई से अवगत कराने का निर्देश दिया गया है। - ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया, जिला विद्यालय निरीक्षक