Gorakhpur-Faizabad Teacher Election: शिक्षक संघ की बैठक में बनी एमएलसी चुनाव के प्रचार की रणनीति Gorakhpur News
गोरखपुर-फैजाबाद खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं। शिक्षकों का प्रतिनिधि चुनने वाले इस चुनाव में शिक्षक संगठनों का ही वर्चस्व रहा है। इसके पहले समाजवादी पार्टी समय-समय पर इस चुनाव में किसी प्रत्याशी को समर्थन देकर रुचि लेती रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। शिक्षक एमएलसी चुनाव को लेकर उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुराई की बैठक डीएवी इंटर कालेज में हुई। बैठक में उप्र वित्तविहीन शिक्षक महासभा के प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रसार को लेकर रणनीति तय की गई। साथ ही तहसीलवार टीमों का गठन किया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए संघ के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश पांडेय ठकुराई ने कहा कि इस बार शिक्षा माफियाओं के गठजोड़ को शिकस्त देने के लिए संघ ने उप्र वित्तविहीन शिक्षक महासभा के प्रदेश महासचिव अजय सिंह को प्रत्याशी बनाया है। यह साढ़े तीन लाख वित्तविहीन शिक्षकों के नेता हैं, जो शिक्षकों की समस्याओं के निस्तारण कराने को लेकर चुनाव लड़ रहे हैं। बैठक में जय प्रकाश नायक, देवेंद्र प्रताप सिंह गौतम, जगतारन शरण, दुर्गेश दत्त पांडेय, शशि शेखर पांडेय, कृष्ण कुमार पांडेय, सत्यपाल सिंह, राणा प्रताप सिंह, सुबाष यादव, अतुल राय, श्रीकांत यादव, अरविंद सिंह, उपेंद्र मिश्रा, रवि प्रकाश आदि मौजूद रहे।
पहली बार राजनीतिक दलों ने तारे हैं अपने प्रत्याशी
गोरखपुर-फैजाबाद खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं। शिक्षकों का प्रतिनिधि चुनने वाले इस चुनाव में शिक्षक संगठनों का ही वर्चस्व रहा है। इसके पहले समाजवादी पार्टी समय-समय पर इस चुनाव में किसी प्रत्याशी को समर्थन देकर रुचि लेती रही है, लेकिन कभी अपना प्रत्याशी नहीं खड़ा किया था। इस चुनाव में कांग्रेस एवं सपा, दोनों ही दलों की ओर से प्रत्याशी उतारे गए हैं। भाजपा ने इस सीट से किसी का नाम घोषित नहीं किया। हालांकि, उत्तर प्रदेश राज्य युवा कल्याण परिषद के उपाध्यक्ष डा. विभ्राट चंद कौशिक ने पर्चा दाखिल कर नया समीकरण खड़ा कर दिया है।
1990 से सीट पर बरकरार है शर्मा गुट का कब्जा
17 जिलों को आ'छादित करने वाले इस सीट पर 1990 से ही उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (शर्मा गुट) का कब्जा बरकरार है। लगातार दो बार से चुनाव को जीत रहे ध्रुव कुमार त्रिपाठी तीसरी बार भी इसी संघ के प्रत्याशी के तौर पर ताल ठोंक रहे हैं।
प्रचार को लेकर प्रत्याशियों ने झोंकी ताकत
प्रत्याशियों में प्रचार अभियान तेज कर दिया है। दीपावली के अवसर पर मतदाता शिक्षकों को बधाई देने की होड़ मची रही। नामांकन से पहले अपने समर्थकों को मंच पर लाने के साथ प्रत्याशियों ने शिक्षक हितों में काम करने का दावा किया है। इस चुनाव में मतदाता के रूप में वित्त विहीन शिक्षकों की संख्या अ'छी-खासी होती है, इसलिए उनके मुद्दे छाए हुए हैं। सभी प्रत्याशी बहुप्रतीक्षित मांग 'समान कार्य का समान भुगतानÓ पूरा कराने का दावा कर रहे हैं।