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'भाभी' के खाते में प्रतिमाह रुपये भेजता था गोरखपुर का इंजीरियर, मौत के बाद बोली भाई-बहन जैसे थे रिश्ते

आत्‍महत्‍या करने वाले गोरखपुर के इंजीनियर 22 वर्षीय सूरज कुमार साव प्रतिमाह रिश्तेदारी की एक भाभी के खाते में रुपये भेजता था। सूरज की मौत के बाद उसके नंबरों की सीडीआर यह भाभी चर्चा में आई हैं। वह कोलकाता में रहती हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 31 Dec 2020 11:36 AM (IST)Updated: Fri, 01 Jan 2021 10:31 AM (IST)
'भाभी' के खाते में प्रतिमाह रुपये भेजता था गोरखपुर का इंजीरियर, मौत के बाद बोली भाई-बहन जैसे थे रिश्ते
गोरखपुर में इंजीरियर हत्‍याकांड में नया मोड़ आ गया है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। एचयूआरएल (हिंदुस्‍तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड) के सिविल क्वालिटी इंजीनियर 22 वर्षीय सूरज कुमार साव प्रतिमाह रिश्तेदारी की एक भाभी के खाते में रुपये भेजता था। सूरज की मौत के बाद उसके नंबरों की सीडीआर यह 'भाभी' चर्चा में आई हैं। वह कोलकाता में रहती हैं।

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अपने घर नहीं भेजता था रुपये

झारखंड, गिरिडीह के थाना धनवार के राजधांबाद निवासी सूरज के बड़े भाई गौरव ने यह बातें बताई हैं। उसका कहना है कि उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। वह और उसके बड़े भाई ने एक-एक रुपये जोड़कर सूरज को पढ़ाया था। यहां तक उसने सूरज की पढ़ाई के लिए साढ़े तीन लाख रुपये का लोन लिया था, लेकिन अभी सूरज ने लोन के रुपये नहीं जमा किए हैं। दिसंबर में पहली बार उसने 8500 रुपये की किश्त भेजी थी, लेकिन अभी यह धनराशि भी लोन एमाउंट में जमा नहीं हुई है। उसने कहा कि वह रुपये घर नहीं भेजता था। इससे यह तो सवाल उठेगा ही कि रुपये कहां जाते थे। उसने कहा कि उसकी उस महिला से मंगलवार को बात हुई, जिससे सूरज की अक्सर बातें होती थीं। उसने तो संबंध से सीधे इनकार कर दिया है।

महिला ने कहा, उधार में दिए थे पचास हजार

महिला अब आरोप लगा रही है कि सूरज ने उससे 50 हजार रुपये उधार लिया था, यही रुपये वह लौटा रहा था। महिला ने उससे कहा है कि सूरज ने इस माह की 13 तारीख को उसके एकाउंट में बकाये के ही पांच हजार रुपये भेजा है। उसने कहा कि पढ़ाई के दौरान उसके भाई ने हल्दिया(कोलकाता) में खाता खुलवा रखा था। उसी खाते को उसने सेलरी एकाउंट बनवा लिया है। उसने बताया कि उसे खाते की स्टेटमेंट नहीं मिल पा रही है, जबकि सूरज के पास से उसे उस महिला के दो एकाउंट मिले थे। इसमें से एक एकाउंट प्रयागराज का है।

पिता का हो चुका है निधन, मां है हृदय रोगी

गौरव ने कहा कि उसके पिता का निधन हो चुका है। मां हृदय रोगी हैं। उन्हें दो बार अटैक आ चुका है। उसके घर से गोरखपुर करीब 600 किलोमीटर की दूरी पर है। वह भी सीधे रास्ते पर नहीं। कई बार बस बदलनी पड़ती है। ऐसे में वह बार-बार गोरखपुर नहीं आ सकता है। लेकिन कई चीजें उसे साल रही हैं कि आखिर वह क्या वजह हो सकती है कि उसके भाई को इतना बड़ा कदम उठाने की जरूरत आ पड़ी। उसने कहा कि महिला संबंध की बात से सीधे इनकार कर रही है। वह बता रही है कि दोनों के बीच में भाई बहन जैसे रिश्ते थे। गौरव ने कहा कि उसके भाई के साथ धोखा हुआ है। यह पूरी तरह से ब्लैकमेलिंग का मामला है। सूरज व संबंधित महिला के खातों की जांच की जाए तो हो सकता है कि सच्चाई बाहर आए।

अब तक की जांच में यह पूरी तरह स्पष्ट हो चुका है कि सूरज ने आत्महत्या की थी। इस प्रकरण में अब आगे कोई तहरीर मिलती है तो मुकदमा भी दर्ज होगा।  - राहुल भाटी, पुलिस क्षेत्राधिकारी, कैंपियरगंज। 


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