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Gorakhpur coronavirus: गोरखपुर में 24 लोग कोरोना के नए मरीज, अब तक 20057 संक्रमित

Gorakhpur coronavirus 01 December 2020 गोरखपुर और बस्‍ती मंडल में कोरोनावायरस से हुई मौत संक्रमितों की संख्‍या कोरोना से संबंधित अन्‍य जानकारियों के लिए पढ़ें जागरण डाट काम की खबरें। अपडेट की जानकारी के लिए कृपया बने रहें हमारे साथ।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Tue, 01 Dec 2020 08:29 AM (IST)Updated: Tue, 01 Dec 2020 08:29 AM (IST)
Gorakhpur coronavirus: गोरखपुर में 24 लोग कोरोना के नए मरीज, अब तक 20057 संक्रमित
कोरोना वायरस संक्रमण की प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना अब समाप्त होने के कगार पर है। सोमवार को कोरोना संक्रमण के नमूनों की जांच में 1110 निगेटिव व मात्र 24 में संक्रमण की पुष्टि हुई। इसमें शहर के 13 लोग हैं। अब तक जिले में 20057 लोग संक्रमित हो चुके हैं। 322 की जिंदगी कोरोना ने निगल ली है। 19299 लोगों ने इस महामारी को मात दी है। मात्र 436 सक्रिय मरीज रह गए हैं। सीएमओ डा. श्रीकांत तिवारी ने इसकी पुष्टि की है।

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जिले में कोरोना की रफ्तार बेहद कम हो गई है। नवंबर के अंतिम दिन संक्रमितों की संख्या मात्र 24 मिली। विभाग का मानना है कि अब कोरोना जल्द ही खत्म हो जाएगा लेकिन बचाव के उपायों को छोडऩा भारी पड़ सकता है।

बाजारों में बिना मास्क के घूम रहे लोग

सीएमओ डा. श्रीकांत तिवारी ने कहा कि बाजारों में भीड़ है। कोविड नियमों के प्रति लोग लापरवाही बरत रहे हैं। कोरोना समाप्त होने के कगार पर जरूर है लेकिन अभी खत्म नहीं हुआ है। इसलिए सभी को बेहद सावधान रहने की जरूरत है। थोड़ी भी लापरवाही जिले को पुन: महामारी के आगोश में ढकेल सकती है।

24 घंटे हो रही जांच

फोरेंसिक लैब व स्वास्थ्य केंद्र चरगांवा में 24 घंटे कोरोना की जांच हो रही है। कोई भी व्यक्ति वहां जाकर निश्शुल्क जांच करा सकता है। जिनको कोई लक्षण नहीं हैं। उनकी एंटीजन जांच की जा रही है। जिसे भी सर्दी-जुकाम या अन्य बीमारी है, उनकी रीयल टाइम पालिमर चेन रियेक्शन (आरटीपीसीआर) जांच भी कराई जा रही है।

सीएमओ ने दिया 50 फीसद आरटीपीसीआर जांच का निर्देश

सीएमओ ने सभी जांच केंद्रों पर कम से कम 50 फीसद लोगों की आरटीपीसीआर जांच कराने का निर्देश दिया है। अभी तक यह सिर्फ 30 फीसद लोगों की हो रही थी। सीएमओ ने बताया कि कोरोना के लगातार अपना स्वरूप बदलने से एंटीजन उसे पकड़ नहीं पा रही है। इसलिए आरटीपीसीआर जांच कराने से संक्रमण की सही स्थिति का पता चल सकेगा।


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