Move to Jagran APP

गोरखपुर एम्स में हो सकेगा अब स्तन के कैंसर व गांठ का इलाज

उप चिकित्सा अधीक्षक गौरव गुप्ता ने बताया कि यदि 10 मरीज आ रहे हैं तो उसमें एक पुरुष और शेष महिलाएं होती हैं। महिलाओं में यह समस्या ज्यादा है। स्तन में गांठ या दर्द की दिक्कत है तो तत्काल डाक्टर से संपर्क कर लेना चाहिए।

By Satish chand shuklaEdited By: Published: Wed, 20 Jan 2021 02:34 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jan 2021 04:55 PM (IST)
गोरखपुर एम्स में हो सकेगा अब स्तन के कैंसर व गांठ का इलाज
गोरखपुर एम्‍स के भवन का फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने ब्रेस्ट क्लीनिक की शुरुआत की है। पूर्वांचल में मरीजों की सुविधा को देखते हुए सर्जरी विभाग में यह क्लीनिक खोला गया है। हर बुधवार को दोपहर बाद दो बजे से सायं चार बजे तक चलने वाले इस क्लीनिक में 25 से 30 मरीज आ रहे हैं। 90 फीसद संख्या महिलाओं की है।

loksabha election banner

महिलाओं में समस्‍या ज्‍यादा

बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कालेज के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग तथा कैंसर विभाग में इस तरह के मरीज आते हैं। लेकिन अलग से केवल स्तन की बीमारियों के लिए एम्स में पहला क्लीनिक खोला गया है। किसी भी महिला या पुरुष के स्तन में गांठ, दर्द या असामान्य रूप से वृद्धि आदि लक्षण दिखने पर मरीज यहां जाकर जांच करा सकते हैं। एम्स के इस क्लीनिक में हर बुधवार को 25 से 30 मरीज पहुंच रहे हैं। उप चिकित्सा अधीक्षक गौरव गुप्ता ने बताया कि यदि 10 मरीज आ रहे हैं तो उसमें एक पुरुष और शेष महिलाएं होती हैं। महिलाओं में यह समस्या ज्यादा है। स्तन में गांठ या दर्द की दिक्कत है तो तत्काल डाक्टर से संपर्क कर लेना चाहिए। जल्दी इलाज शुरू होने पर कम खर्च बीमारी ठीक हो जाती है। लेकिन जब मर्ज बढ़ जाता है तो धन व समय दोनों ज्यादा लगता है।

मेडिकल कालेज में दो साल से नहीं आए एक भी पुरुष मरीज

बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कालेज के कैंसर विभाग के अध्यक्ष डा. राकेश कुमार रावत का कहना है कि बीआरडी में इन बीमारियों का लंबे समय से इलाज चल रहा है। कुछ सीधे कैंसर विभाग में आते हैं और कुछ स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के जरिये। 15 वर्षों के दौरान अभी तक केवल चार पुरुषों में स्तन कैंसर की समस्या मैंने देखी है। पिछले दो साल से एक भी पुरुष इस बीमारी से ग्रसित नहीं मिला है।

सावधानी बरतें महिलाएं

बीआरडी मेडिकल कालेज के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की अध्यक्ष डा. वाणी आदित्य ने बताया कि महिलाओं को स्तन की बिमारियों के प्रति विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। खासकर माह में एक बार नहाते समय अपने स्तन की बारीकी से जांच कर लेनी चाहिए कि कहीं गांठ तो नहीं बन रही है। यदि गांठ महसूस हो तो तत्काल डाक्टर से संपर्क करना चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.