गोरखपुर शहर के 55 हजार बिजली उपभोक्ताओं को तेज मीटर चलने की शिकायत Gorakhpur News
शिव श्याम वर्मा के घर जबसे स्मार्ट मीटर लगा है वह परेशान हैं। शिकायत है कि स्मार्ट मीटर तेज चल रहा है। बिजली का बिल 1200 से बढ़कर 1600 रुपये पहुंच गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। स्मार्ट मीटर ने बिजली उपभोक्ताओं के दिल की धड़कनें बढ़ा दी हैं। बिजली खर्च की यूनिटों के बढऩे पर उपभोक्ता मीटर की चाल पर सवाल उठा रहे हैं। सैकड़ों उपभोक्ताओं ने बिना खर्च के ही अधिक बिल आने की शिकायत की है।
क्या कहते हैं उपभोक्ता
मोहद्दीपुर निवासी शिव श्याम वर्मा के घर जबसे स्मार्ट मीटर लगा है, वह परेशान हैं। शिकायत है कि स्मार्ट मीटर तेज चल रहा है। बिजली का बिल 1200 से बढ़कर 1600 रुपये पहुंच गया है। वह चाहते हैं कि चेक मीटर लगे, लेकिन कोई सुन नहीं रहा है। शाहपुर निवासी फैजान अहमद ने बक्शीपुर स्थित अधिशासी अभियंता मीटर, कार्यालय में शिकायत की है कि उनका स्मार्ट मीटर गलत बिल बना रहा है। पूछा है कि जब घर में कोई उपकरण नहीं लगा तो स्मार्ट मीटर लगते ही बिल क्यों ज्यादा हो गया?
एलएंडटी कंपनी को मिली है स्मार्ट मीटर लगने की जिम्मेदारी
बिजली निगम ने शहर में स्मार्ट मीटर लगाने की जिम्मेदारी एलएंडटी कंपनी को दी है। अब तक 53 हजार उपभोक्ताओं के घर मीटर लग चुके हैं। इनमें से कई उपभोक्ताओं ने मीटर तेज चलने की शिकायत की है। दूसरी ओर स्मार्ट मीटर लगाने के बाद संस्तुत लोड से ज्यादा बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं पर जुर्माना भी लग रहा है। जबकि स्मार्ट मीटर खुद ज्यादा लोड होने पर अधिक बिल उठा ले रहा है।
विभाग के पास सिर्फ दो स्मार्ट चेक मीटर
उपभोक्ता मीटर तेज चलने की शिकायत करता है तो नियमानुसार उसके परिसर में एक और मीटर लगाया जाता है। इसे चेक मीटर कहते हैं। एक सप्ताह बाद दोनों की रीङ्क्षडग देखी जाती है। यदि रीङ्क्षडग एक है तो मीटर को सही माना जाता है। अंतर है तो मीटर खराब माना जाता है। शहर में अभी सिर्फ दो स्मार्ट चेक मीटर हैं। इस संबंध में अधीक्षण अभियंता यूसी वर्मा का कहना है कि स्मार्ट मीटर तेज चलने की शिकायत करने वाले उपभोक्ताओं के परिसर का पूरा लोड पता कर, बिल के बारे में बताना चाहिए। इक्का-दुक्का मामलों को छोड़कर मीटर तेज चलने की शिकायतें सही नहीं मिल रही हैं।