Move to Jagran APP

गोरखपुर, गोंडा और लखनऊ जंक्शन की ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी, जानें-क्‍या है वजह

पूवोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में आने वाले यह तीनों स्टेशन सुरक्षा की दृष्टि से रेड जोन में आते हैं।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Thu, 10 Sep 2020 07:30 AM (IST)Updated: Thu, 10 Sep 2020 07:30 AM (IST)
गोरखपुर, गोंडा और लखनऊ जंक्शन की ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी, जानें-क्‍या है वजह
गोरखपुर, गोंडा और लखनऊ जंक्शन की ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी, जानें-क्‍या है वजह

गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर, गोंडा और लखनऊ जंक्शन की निगरानी अब ड्रोन कैमरे से होगी। रेलवे सुरक्षा बल लखनऊ मंडल ने सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए ड्रोन कैमरों का प्रस्ताव और बजट तैयार कर लिया है। मुख्यालय गोरखपुर ने भी अपनी संस्तुति प्रदान कर दी है। नियमित ट्रेनों के संचालन के साथ ही रेलवे स्टेशनों के ऊपर ड्रोन कैमरे उडऩे लगेंगे।

loksabha election banner

ये है ड्रोन कैमरे से निगरानी की वजह

पूवोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में आने वाले यह तीनों स्टेशन सुरक्षा की दृष्टि से रेड जोन में आते हैं। गोरखपुर स्टेशन परिसर के पास ही एयरपोर्ट है। ऐसे में यह स्टेशन और संवेदनशील है। इसका प्लेटफार्म ही करीब दो किमी की परिधि में है। विश्व का सबसे लंबा प्लेटफार्म (1366.33 मीटर) यहीं है।  ऐसे में स्टेशन यार्ड की समुचित निगरानी नहीं हो पाती। प्लेटफार्म व यार्ड का एक चक्कर लगाने में ही सुरक्षा बलों की सांसें फूल जाती हैं। स्टेशन यार्ड चारो तरफ से खुला होने के चलते सुरक्षा प्रभावित होती है। 24 घंटे चोरी और दुर्घटना आदि की आशंका बनी रहती है। ऐसे में ड्रोन की व्यवस्था हो जाने से स्टेशन परिसर की हर पल निगरानी होती रहेगी। जानकारों के अनुसार पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने अपने सभी प्रमुख स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने की योजना तैयार की है। फिलहाल, एवन श्रेणी के गोरखपुर, लखनऊ और छपरा जंक्शन पर पहले से एकीकृत सुरक्षा प्रणाली लागू है। जिसमें स्टेशन परिसर में सीसीटीवी कैमरे, लगेज स्कैनर, मेटल डिटेक्टर और वेहिकल स्कैनर लगाए गए हैं।

गोरखपुर में लगाए जाएंगे और 40 सीसीटीवी कैमरे

गोरखपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्मों की सुरक्षा भी मजबूत होगी। यात्रियों की गतिविधयों पर नजर रखने के लिए एक से नौ नंबर प्लेटफार्म तक 67 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। 40 कैमरे और लगाने की योजना है। इसके लिए स्थल चयनित कर लिए गए हैं। रेलवे सुरक्षा बल के सीनियर कमांडेंट अमित प्रकाश मिश्रा का कहना है कि ड्रोन के लिए भारतीय एजेंसियों से बातचीत चल  रही है। कोरोना काल के चलते ट्रेनों और यात्रियों की भीड़  कम है। स्थिति सामान्य होते ही ड्रोन की व्यवस्था सुनिश्चित कर दी जाएगी। इससे यात्रियों, ट्रेनों और रेल संपत्ति की निगरानी और आसानी से की जा सकेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.