स्मार्ट होने लगे लोग, मोबाइल में बुक कर रहे जनरल टिकट
आम यात्री भी अब अपने मोबाइल में आरक्षित ई टिकट की तरह जनरल टिकट लेकर चलने लगे हैं। धीरे-धीरे मोबाइल यूटीएस एप की तरफ लोग आकर्षित हो रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। आम यात्री भी अब स्मार्ट होने लगे हैं। वे भी अपने मोबाइल में आरक्षित ई टिकट की तरह जनरल टिकट लेकर चलने लगे हैं। धीरे-धीरे मोबाइल यूटीएस एप की तरफ लोग आकर्षित हो रहे हैं। शुरुआत में अक्टूबर में जहां लगभग 15 हजार लोगों ने एप से टिकट बुक किया, वहीं नवंबर में यह संख्या तीन गुना से अधिक बढ़कर 50 हजार तक पहुंच गई। यात्रियों की संख्या कम होने के बाद भी दिसंबर में लोगों का रुझान बना रहा। फिलहाल, एप की कुछ तकनीकी खामियां लोगों को परेशान कर रही हैं। टिकट बुक नहीं होने पर भी एकाउंट से पैसा कट जा रहा है। नेटवर्क सही नहीं होने से भी लोग टिकट बुक करने से कट रहे हैं। किराया वापस नहीं होने का डर भी सता रहा है। हालांकि, रेलवे प्रशासन छोटी समस्याओं को दुरुस्त करने में जुटा हुआ है। विभागीय जानकारों का कहना है कि जल्द ही खामियां सही कर ली जाएंगी। इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
एक फीसद लोग भी नहीं ले रहे टिकट
पूर्वोत्तर रेलवे के सिर्फ गोरखपुर में ही 70 फीसद लोग आरक्षित ई टिकट पर यात्रा करते हैं। जनरल टिकट के मामले में स्थिति ठीक उलट है। यहां आज भी करीब 65 फीसद लोग काउंटर से ही टिकट लेते हैं। शेष 35 में 16 फीसद एटीवीएम से, 14 फीसद एसटीबीएस से, पांच फीसद जेटीबीएस, .20 वाईटीएसके और .30 फीसद लोग मोबाइल यूटीएस एप से टिकट बुक कर रहे हैं। रेलवे का कहना है कि आने वाले दिनों में दोनों तरह के टिकटों की स्थिति बराबर हो जाएगी। एप को और अपडेट किया जा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ ने बताया कि यात्री देश भर में कहीं के लिए भी एप से आनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं। एप से बिना प्रिंट और प्रिंट दोनों तरह के टिकट मिलते हैं।