'आर्मी आन ड्यूटी' कंटेनर से जो बरामद हुआ उसे देखकर उड़ गए पुलिस कर्मियों के होश..
बिहार के सिवान जिले की गुठनी पुलिस ने जतौर चौक के पास आर्मी आन ड्यूटी लिखे कंटेनर (वाहन) से एक क्विंटल 41 किग्रा गांजा बरामद किया है। गांजा बिहार से उत्तर प्रदेश जा रहा था।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 13 Mar 2019 10:13 AM (IST)Updated: Thu, 14 Mar 2019 02:40 PM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। बिहार के सिवान जिले की गुठनी पुलिस ने जतौर चौक के पास आर्मी आन ड्यूटी लिखे कंटेनर (वाहन) से एक क्विंटल 41 किग्रा गांजा बरामद किया है। गांजा बिहार से उत्तर प्रदेश जा रहा था। पुलिस से बचने के लिए तस्कर गाड़ी पर आर्मी आन ड्यूटी का स्टीकर चिपका रखे थे।
सिवान के एसपी नवीन चंद्र झा ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर गुठनी एसओ दिलीप कुमार पुलिस बल के साथ इलाके में थे। जतौर चौक के पास एक कंटेनर को पकड़ा। कंटेनर के भीतर एक क्विंटल 41 किग्रा गांजा छिपाकर रखा गया था। पूछताछ में कंटेनर चालक की पहचान उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के मैनाठेर थाना क्षेत्र के तालवाड़ा निवासी सद्दाम हुसैन पुत्र मुनाब के रूप में हुई। कंटेनर पर उत्तर प्रदेश का नंबर लगा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
संतकबीरनगर में मोम लदे ट्रक से पकड़ा ढाई क्विंटल गांजा
उधर, लखनऊ एसटीएफ की टीम ने संतकबीर नगर जिले के एक ढाबे पर खड़े मोम लदे ट्रक से ढाई क्विंटल गांजा बरामद किया है। गांजा असोम से यहां लाया गया था और संतकबीरनगर में गांजा के अवैध कारोबारी को सप्लाई की जानी थी। एसटीएफ को असोम और भूटान से तस्करी करके गांजा उत्तर प्रदेश में लाए जाने की सूचना मिली थी। इंस्पेक्टर विमल कुमार गौतम के नेतृत्व में एसटीएफ की टीम ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 28 पर ढाबे पर खड़े संदिग्ध ट्रक की तलाशी ली। पूछताछ में ट्रक ड्राइवर की पहचान पंजाब के तरनतारन जनपद के कोहड़का निवासी कुलदीप सिंह पुत्र हरभजन सिंह के रूप में हुई। ड्राइवर ने बताया कि वह कैरियर है, उसे गांजे की हर खेप की एवज में 20 से 25 हजार रुपये मिलते हैं। गांजे की यह खेप उसे तिनसुकिया में वहीं के रहने करीम ने दी थी। संतकबीरनगर में आजमगढ़ निवासी कारोबारी पप्पू पंडित के पास गांजा पहुंचाया जाना था। मोम के बीच में रखने से गांजे की गंध बाहर नहीं जा पाती है।
कस्टम टीम ने पकड़ी तस्करी कर लाई जा रही सुपारी की खेप
गोरखपुर में सीमा शुल्क विभाग (कस्टम) गोरखपुर की टीम ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए तस्करी कर ले जाई जा रही तीन ट्रक विदेशी सुपारी पकड़ी है। पश्चिम बंगाल और असोम से यह खेप लाई जा रही थी। कस्टम उपायुक्त राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि इस माह अभी तक 4.64 करोड़ रुपये की सुपारी पकड़ी जा चुकी है। विभाग के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। सीमा शुल्क आयुक्त वेद प्रकाश शुक्ल को असोम और पश्चिम बंगाल से विदेशी सुपारी की बड़े पैमाने तस्करी होने की सूचना मिली थी। उनके निर्देश पर गोरखपुर के उपायुक्त राकेश श्रीवास्तव ने तस्करी रोकने के लिए कस्टम अधीक्षक राधिका त्रिपाठी, अंगद कुमार श्रीवास्तव और राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में टीम गठित की थी। इस टीम ने सोमवार को फोरलेन से तीन ट्रकों पर लादकर ले जाई जा रही सुपारी बरामद की। चालू वित्त वर्ष में एक माह के अंदर अभी तक की यह सबसे बड़ी बरामदगी है।
वियतनाम व इंडोनेशिया से तस्करी कर लाई जाती है सुपारी
विदेशी सुपारी की खेप वियतनाम और इंडोनेशिया से तस्करी कर लाई जाती है। इसके लिए तस्करों ने पश्चिम बंगाल और असोम के सीमाई इलाकों में ठिकाने बना रखे हैं। इस रैकेट से जुड़े लोग उन्हीं ठिकानों से विदेशी सुपारी की खेप देश के दूसरे हिस्सों भेजते हैं। इस सुपारी का सबसे अधिक इस्तेमाल पान मसाला बनाने में किया जाता है।
सिवान के एसपी नवीन चंद्र झा ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर गुठनी एसओ दिलीप कुमार पुलिस बल के साथ इलाके में थे। जतौर चौक के पास एक कंटेनर को पकड़ा। कंटेनर के भीतर एक क्विंटल 41 किग्रा गांजा छिपाकर रखा गया था। पूछताछ में कंटेनर चालक की पहचान उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के मैनाठेर थाना क्षेत्र के तालवाड़ा निवासी सद्दाम हुसैन पुत्र मुनाब के रूप में हुई। कंटेनर पर उत्तर प्रदेश का नंबर लगा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
संतकबीरनगर में मोम लदे ट्रक से पकड़ा ढाई क्विंटल गांजा
उधर, लखनऊ एसटीएफ की टीम ने संतकबीर नगर जिले के एक ढाबे पर खड़े मोम लदे ट्रक से ढाई क्विंटल गांजा बरामद किया है। गांजा असोम से यहां लाया गया था और संतकबीरनगर में गांजा के अवैध कारोबारी को सप्लाई की जानी थी। एसटीएफ को असोम और भूटान से तस्करी करके गांजा उत्तर प्रदेश में लाए जाने की सूचना मिली थी। इंस्पेक्टर विमल कुमार गौतम के नेतृत्व में एसटीएफ की टीम ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 28 पर ढाबे पर खड़े संदिग्ध ट्रक की तलाशी ली। पूछताछ में ट्रक ड्राइवर की पहचान पंजाब के तरनतारन जनपद के कोहड़का निवासी कुलदीप सिंह पुत्र हरभजन सिंह के रूप में हुई। ड्राइवर ने बताया कि वह कैरियर है, उसे गांजे की हर खेप की एवज में 20 से 25 हजार रुपये मिलते हैं। गांजे की यह खेप उसे तिनसुकिया में वहीं के रहने करीम ने दी थी। संतकबीरनगर में आजमगढ़ निवासी कारोबारी पप्पू पंडित के पास गांजा पहुंचाया जाना था। मोम के बीच में रखने से गांजे की गंध बाहर नहीं जा पाती है।
कस्टम टीम ने पकड़ी तस्करी कर लाई जा रही सुपारी की खेप
गोरखपुर में सीमा शुल्क विभाग (कस्टम) गोरखपुर की टीम ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए तस्करी कर ले जाई जा रही तीन ट्रक विदेशी सुपारी पकड़ी है। पश्चिम बंगाल और असोम से यह खेप लाई जा रही थी। कस्टम उपायुक्त राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि इस माह अभी तक 4.64 करोड़ रुपये की सुपारी पकड़ी जा चुकी है। विभाग के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। सीमा शुल्क आयुक्त वेद प्रकाश शुक्ल को असोम और पश्चिम बंगाल से विदेशी सुपारी की बड़े पैमाने तस्करी होने की सूचना मिली थी। उनके निर्देश पर गोरखपुर के उपायुक्त राकेश श्रीवास्तव ने तस्करी रोकने के लिए कस्टम अधीक्षक राधिका त्रिपाठी, अंगद कुमार श्रीवास्तव और राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में टीम गठित की थी। इस टीम ने सोमवार को फोरलेन से तीन ट्रकों पर लादकर ले जाई जा रही सुपारी बरामद की। चालू वित्त वर्ष में एक माह के अंदर अभी तक की यह सबसे बड़ी बरामदगी है।
वियतनाम व इंडोनेशिया से तस्करी कर लाई जाती है सुपारी
विदेशी सुपारी की खेप वियतनाम और इंडोनेशिया से तस्करी कर लाई जाती है। इसके लिए तस्करों ने पश्चिम बंगाल और असोम के सीमाई इलाकों में ठिकाने बना रखे हैं। इस रैकेट से जुड़े लोग उन्हीं ठिकानों से विदेशी सुपारी की खेप देश के दूसरे हिस्सों भेजते हैं। इस सुपारी का सबसे अधिक इस्तेमाल पान मसाला बनाने में किया जाता है।
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