स्प्रिट से नकली शराब बनाकर दुकानों में खपाता था यह गिरोह, यूपी से लेकर बिहार तक होती थी सप्लाई
गिरोह के सदस्य इस शराब को आधे से कम कीमत में इसे बेचकर जहां मालामाल हो रहे थे वहीं दुकानदारों को भी इसमें अधिक लाभ था। कम कीमत में शराब खरीदकर उसे वह शराब की पूरी कीमत पर बेचते। आशंका है कि दुकानों पर बड़े पैमाने पर शराब खपाई है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। आबकारी विभाग व चौरीचौरा थाना पुलिस ने रविवार की शाम जिस गिरोह को पकड़ा वह रेक्टीफाइड स्प्रिट से नकली शराब तैयार करके उसे दुकानों पर खपाता था। यह गिरोह दुकानों पर आधे से कम कीमतों पर देसी शराब बेचता था। गिरोह का मुख्य सरगना बेलीपार क्षेत्र का निवासी है। वह टैंकर से रेक्टीफाइड स्प्रिट मंगाता था और उसमें से कुछ स्प्रिट गिरोह के साथियों को नकली शराब बनाने के लिए दे देता था। बाद में उसके ही सांठगांठ से दुकानों पर नकली शराब खपाई जाती।
चोरी-छिपे नकली शराब की खेप उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार तक खपाता रहा है यह गिरोह
पुलिस का यहां तक कहना है कि यह गिरोह चोरी-छिपे नकली शराब की खेप उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार तक खपाता रहा है। स्प्रिट कारोबार से जुड़े होने के कारण गिरोह के मुख्य सरगना का नेटवर्क उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार तक फैला हुआ है। अपने इसी नेटवर्क के जरिये वह बड़े पैमाने पर नकली शराब खपाता था। देसी शराब की बोतल, ढक्कन, रैपर, बारकोड सब कुछ असली होता था, सिर्फ उसके भीतर की शराब नकली होती थी, इसके चलते यह दुकानों पर भी आसानी से खप जाती थी।
आधे से कम कीमत में बेचकर हो रहे थे मालामाल
गिरोह के सदस्य आधे से कम कीमत में इसे बेचकर जहां मालामाल हो रहे थे, वहीं दुकानदारों को भी इसमें अधिक लाभ था। कम कीमत में शराब खरीदकर उसे वह देसी शराब की पूरी कीमत पर बेचते। आशंका है कि गिरोह ने विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर दुकानों पर बड़े पैमाने पर शराब खपाई है, पुलिस इसकी भी जांच कर रही है। इसे लेकर पुलिस ने बेलीपार क्षेत्र में छापेमारी तेज कर दी है।
छापेमारी में बरामद हुई थी नकली शराब
बता दें रविवार की शाम चौरीचौरा के अवधपुर गांव में दबिश डालकर आबकारी व पुलिस की संयुक्त टीम ने देवकहिया निवासी सोनू सिंह, अवधपुर निवासी अनिरुद्ध और पिपराइच के अतरौलिया निवासी सोनू यादव के पास से 80 लीटर रेक्टीफाइड स्प्रिट, बड़े पैमाने पर देसी शराब का ढक्कन व बारकोड बरामद किया है। सोनू यादव के विरुद्ध पिछले वर्ष गुंडा एक्ट की कार्रवाई भी हो चुकी है।
गिरोह बड़े पैमाने पर दुकानों पर नकली शराब खपाता था, लेकिन तीन सदस्यों की गिरफ्तारी से उनके धंधे पर विराम लग गया हे। दुकानों पर नकली शराब की आशंका नहीं है, फिर भी इसकी जांच कर ली जाएगी। मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के लिए टीमें दबिश देने में जुटी हैं। - अखिलानंद उपाध्याय, सीओ चौरीचौरा।