बस्ती के बाद देवरिया में भी ई-टिकट बनाने वालों का गिरोह सक्रिय Gorakhpur News
दलाल काउंटर से लेकर ई-टिकट तक बनाने में सक्रिय हो गए हैं। दलाल चंद मिनट में टिकट बना कर दोगुना कीमत वसूल रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। बस्ती जिले के बाद देवरिया में भी रेल के अवैध टिकट बनाने वालों का गिरोह पूरी तरह से तैयार हो गया है। हांलांकि समय-समय पर गिरोह के लोग दबोचे जाते रहे हैं, पर गिरोह का सफाया नहीं हो पाया है। शादी का लगन तेज होते ही देवरिया जिले में ई-टिकट दलाल सक्रिय हो गए हैं। तत्काल टिकट को लेकर काउंटर पर भीड़ उमडऩे लगी है जिससे टिकट के लिए मारामारी शुरू हो गई है। दलाल काउंटर से लेकर ई-टिकट तक बनाने में सक्रिय हो गए हैं। दलाल चंद मिनट में टिकट बना कर दोगुना कीमत वसूल रहे हैं।
देवरिया में सक्रिय है ई-टिकट बनाने वाला गिरोह
देवरिया जिले में तत्काल ई-टिकट बनाने वाला गिरोह बड़े पैमाने पर काम कर रहा है। इस समय लग्न शुरू हो गया है। मांगलिक कार्यों के चलते लोगों को समय से ट्रेन टिकट नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में वह तत्काल टिकट लेना ही उचित समझते हैं। तत्काल टिकट काउंटर से मिलना आसान नहीं है। ऐसे में लोग दलालों से संपर्क में आ जा रहे हैं, जो उन्हें टिकट उपलब्ध करा रहे हैं और मनमानी कीमत वसूल रहे हैं।
प्रतिबंधित साफ्टवेयर का कर रहे प्रयोग
दलाल पहले एएनएमएस साफ्टवेयर से ई-टिकट बनाते थे, आरपीएफ व सीआइबी की सख्ती बढ़ी तो वह ब्लैक टीएस व एचपी जैसे प्रतिबंधित साफ्टवेयर के जरिये टिकट बना रहे हैं। खास बात यह है कि देवरिया में कई ऐसे सरगना बैठे हैं, जिनका कारोबार देवरिया से दिल्ली, लखनऊ, मुंबई, पटना समेत देश के विभिन्न शहरों तक फैला है। पूरा रैकेट मोबाइल पर संचालित होता है। वाट्सएप पर डाटा मंगाया जाता है और प्रतिबंधित साफ्टवेयर से टिकट बनाने के बाद उसका भुगतान इंटरनेट के जरिये किया जाता है।
चल रही छाबीन
इस संबंध में भटनी के सीआइबी के प्रभारी संजय कुमार राय का कहना है कि गिरोह का पता लगाया जा रहा है। पहले गिरफ्त में आ चुके लोगों के करीबियों पर भी नजर है। ई-टिकट बनाने वालों को चिह्नित किया जा रहा है। जल्द ही गिरोह का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।