Move to Jagran APP

फ्रांसीसी परिवार की बेेेेटी हुई स्वस्थ, जानें- छह माह से यूपी के इस गांव में क्‍यों रह रहा है यह परिवार

गोरखुपर के एक निजी हास्पिटल में सप्ताह भर से भर्ती फ्रांसीसी परिवार की बड़ी बेटी ओफली अब डेंगू से पूरी तरह से स्वस्थ हो गई है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 19 Aug 2020 04:35 PM (IST)Updated: Wed, 19 Aug 2020 08:39 PM (IST)
फ्रांसीसी परिवार की बेेेेटी हुई स्वस्थ, जानें- छह माह से यूपी के इस गांव में क्‍यों रह रहा है यह परिवार
फ्रांसीसी परिवार की बेेेेटी हुई स्वस्थ, जानें- छह माह से यूपी के इस गांव में क्‍यों रह रहा है यह परिवार

महराजगंज, जेएनएन। गोरखुपर के एक निजी हास्पिटल में सप्ताह भर से भर्ती फ्रांसीसी परिवार की बड़ी बेटी ओफली अब डेंगू से पूरी तरह से स्वस्थ हो गई है। बुधवार को पिता पैट्रीस सहित पूरा परिवार पुन: कोल्हुआ उर्फ सिंहोरवा लौट आया है। विदेशी मेहमान के पहुंचते ही ग्रामीण उनका हाल जानने के लिए जुट गए। हर कोई ओफली की कुशलता पूछ रहा था। ग्रामीणों को अपने बीच पाकर फ्रांसीसी परिवार भावुक हो उठा।

loksabha election banner

ग्रामीणों को अपने बीच पाकर भावुक हुए फ्रांसीसी परिवार के सदस्य

बीते 13 अगस्त को ओफली की अचानक तबीयत खराब हो गई थी। परिजनों ने उसे गोरखपुर के एक नर्सिंग होम में इलाज के लिए भर्ती कराया। यहां जांच के दौरान उसे डेंगू के लक्षण पाए गए। इलाज के बाद बुधवार को चिकित्सकों ने ओफली की स्थिति में सुधार होता देख डिस्चार्ज कर दिया। चिकित्सक डा. ऋषभ गोयल ने बताया कि ओफली में डेंगू के लक्षण मिले थे, दवा से स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। एक सप्ताह बाद पुनः स्वास्थ्य परीक्षण के लिए बुलाया गया है। फ्रांसीसी परिवार के मुखिया पैट्रीस ने बताया कि बड़ी बेटी की तबीयत बिगड़ने पर पूरा परिवार काफी परेशान था। खुशी है कि दवाएं कारगर साबित हुईं। उन्होंने बेटी के स्वस्थ होने पर जहां अनुभवी चिकित्सकों को धन्यवाद दिया, वहीं ग्रामीणों की दुआओं का भी परिणाम बताया।

 22 मार्च को रह रहे हैं यहां

फ्रांस के टूलोज शहर निवासी पैट्रीस परिवार संग बीते 22 मार्च को नेपाल जाने के लिए सोनौली सीमा पर पहुंचे थे। लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण भारत- नेपाल सीमा सील होने के चलते कोल्हुआ के शिवमन्दिर परिसर में रुक गए । मंदिर परिसर में ही वह पत्नी वर्जिनी, बेटा टॉम, बेटी ओफली व लोला के साथ रह रहे हैं। कुछ दिन पहले वह वीजा की तिथि बढ़वाने के लिए दिल्ली गए थे। वहां से तिथि बढ़वाकर छह अगस्त को आएं और फिर कोल्हुआ उर्फ सिंहोरवा में मंदिर परिसर में रहने लगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.