विदेश भेजने के नाम पर बेरोजगारों से साढ़े पाच लाख की ठगी Gorakhpur News
पीडि़त बेरोजगार युवको ने गौरी बाजार थाने में जालसाजी की लिखित तहरीर दी लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर पुलिस अधीक्षक देवरिया को शिकायती पत्र दे कार्रवाई की मांग की है।
गोरखपुर, जेएनएन। देवरिया जिले के गौरी बाजार थाना क्षेत्र के बभनौली निवासी एक युवक ने विदेश भेजने के नाम पर दस युवकों से साढ़े पांच लाख की ठगी कर लिया। पीडि़त बेरोजगार युवको ने गौरी बाजार थाने में जालसाजी की लिखित तहरीर दी, लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर पुलिस अधीक्षक देवरिया को शिकायती पत्र दे कार्रवाई की मांग की है।
चलाता है ट्रेनिंग सेंटर
जानकारी के मुताबिक क्षेत्र के बभनौली निवासी एक जालसाज गौरी बाजार में ट्रेनिंग सेंटर चलाता है। ने जनपद के रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम लक्ष्मीपुर (जंगल अकटहा) निवासी निरंजन प्रजापति, जनार्दन गुप्ता, रंजीत शर्मा, राम भरथ पाल, गब्बूलाल सोनकर, जगेश, मुन्ना निषाद व गोरखपुर निवासी विपिन, जीतेन्द्र व राम प्रसाद सोनकर ने विदेश में नौकरी करने के लिए साढ़े पांच लाख रुपये दिया था। बेरोजगार युवकों ने चालीस चालीस हजार रुपये नकद स्टांप पर लिखवा कर दिया। शेष राशि जालसाज के आइसीआसीआइ बैंक खाता में 49 हजार रुपये जमा कर दिया।
फर्जी निकला वीजा
कुछ दिन बाद पूछने पर बताया गया कि वीजा आने वाला है। वीजा आने के बाद सभी बेरोजगार युवकों को लेकर जालसाज दिल्ली एयर पोर्ट पहुंचा। वहां चेक कराने पर वीजा फर्जी निकला। उसके बाद बेरोजगार युवक परेशान हो गए और वीजा दिलाने वाला मौका देखकर वहा से फरार हो गया। सभी बेरोजगार दिल्ली से घर आए और उसके बाद जालसाज के घर बभनौली पहुंचे। सभ्ाी ने तत्काल पैसा वापस करने कहा। जालसाज ने बाद में पैसा लौटाने को कहा। जब लोग नहीं माने तो जालसाज ने गाली देते हुए जान से मारने की धमकी दी। उसके बाद परेशान बेरोजगारों ने पहले गौरी बाजार थाने में नामजद लिखित तहरीर दी। जब वहां से कोई कार्रवाई नहीं हुई तो पुलिस अधीक्षक से मिले। पुलिस अधीक्षक ने उन्हें त्वरित कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया।
फर्जी वीजा देकर जालसाज फरार
विदेश भेजने के नाम पर जालसाज ने बेरोजगार से रुपये लिया और फर्जी वीजा देकर फरार हो गया। दिया। इस मामले में पीडि़त ने पुलिस को तहरीर दी है। हालांकि देर शाम तक मुकदमे की कार्रवाई नहीं हो सकी थी। भटनी थाना क्षेत्र के ग्राम पिपरा देवराज निवासी सिद्धनाथ सैनी की मुलाकात रामपुर कारखाना के डीहाबसंत निवासी एक जालसाज से हुई। जालसाज ने कहा कि वह विदेश भिजवाने का काम करता है, इसके लिए 70 हजार रुपये देना होगा। किसी तरह व्यवस्था कर बेरोजगार ने 70 हजार रुपये दे दिया। इसके बाद आरोपित ने इन्हें वीजा दिया। जब वीजा की जांच कराई गई तो पता चला कि फर्जी है। इसके बाद जालसाज को फोन किया जाने लगा, लेकिन वह रिसीव हुआ। अब पैसा देने से जालसाज इन्कार कर रहा है।