यंत्र खरीदे बगैर ही 131 जालसाजों ने लगा दी अनुदान की अर्जी
बस्ती में 131 किसान और विभाग के चंद अधिकारी अनुदान का पैसा हड़पने की तैयारी कर लिए थे। जांच में फर्जी पाए जाने पर कार्रवाई की जद में आ गए हैं।
By Edited By: Published: Wed, 21 Nov 2018 10:15 AM (IST)Updated: Wed, 21 Nov 2018 10:15 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। बिना यंत्र खरीदे अनुदान के लिए विभाग में अर्जी देने वाले किसान फंस गए हैं। विभाग ने सत्यापन रिपोर्ट के बाद किसानों और संबंधित डीलरों को नोटिस जारी किया है। जांच में 131 किसान ऐसे मिले जिन्होंने यंत्र खरीदे बगैर ही अनुदान के लिए अर्जी लगाई दी थी। यह लोग सुनियोजित तरीके से डीलर से मिलकर अनुदान का लाभ उठाना चाह रहे थे। बता दें कि सरकार ने फसल अवशेष प्रबंधन के लिए नई पहल की और अनुदान पर इससे संबंधित यंत्र किसानों को मुहैया कराने के लिए एक सप्ताह का समय दिया।
29 अक्टूबर से 6 नवंबर तक यंत्र की खरीदारी कर किसानों को अपनी फाइल विभाग को सौंप वेबसाइट पर अपलोड कराना था। इस अवधि में बस्ती जिले से साइट पर 548 यंत्र अपलोड हुए। जब सत्यापन की बारी आई, तो फर्जीवाड़े की पोल खुल गई। आधा दर्जन अधिकारियों ने एक सप्ताह में जब सत्यापन प्रक्रिया पूरी की तो 131 किसान ऐसे मिले जिन्होंने यंत्र खरीदे ही नहीं थे, सिर्फ कागजी प्रक्रिया पूरी की थी।
कुछ ऐसे भी थे जिन्होंने पहले के यंत्र दिखाकर अनुदान की राशि हड़पने का प्रयास किया। अब इन जालसाज किसानों और संबंधित डीलर के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है। उप कृषि निदेशक बलराम वर्मा ने बताया कि एक यंत्र खरीदने वालों की 470 की सूची में 418 सही पाए गए, 41 यंत्र मौके पर नहीं मिले। इसके अलावा 3 यंत्र खरीदारी करने वाले किसानों में 246 किसानों में 144 ही सही पाए गए, 90 अस्वीकृत हो गए। डीडी कृषि बलराम वर्मा ने कहा कि जिन डीलरों ने रसीद बनाकर किसानों को दी है, उनके और किसान के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
29 अक्टूबर से 6 नवंबर तक यंत्र की खरीदारी कर किसानों को अपनी फाइल विभाग को सौंप वेबसाइट पर अपलोड कराना था। इस अवधि में बस्ती जिले से साइट पर 548 यंत्र अपलोड हुए। जब सत्यापन की बारी आई, तो फर्जीवाड़े की पोल खुल गई। आधा दर्जन अधिकारियों ने एक सप्ताह में जब सत्यापन प्रक्रिया पूरी की तो 131 किसान ऐसे मिले जिन्होंने यंत्र खरीदे ही नहीं थे, सिर्फ कागजी प्रक्रिया पूरी की थी।
कुछ ऐसे भी थे जिन्होंने पहले के यंत्र दिखाकर अनुदान की राशि हड़पने का प्रयास किया। अब इन जालसाज किसानों और संबंधित डीलर के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है। उप कृषि निदेशक बलराम वर्मा ने बताया कि एक यंत्र खरीदने वालों की 470 की सूची में 418 सही पाए गए, 41 यंत्र मौके पर नहीं मिले। इसके अलावा 3 यंत्र खरीदारी करने वाले किसानों में 246 किसानों में 144 ही सही पाए गए, 90 अस्वीकृत हो गए। डीडी कृषि बलराम वर्मा ने कहा कि जिन डीलरों ने रसीद बनाकर किसानों को दी है, उनके और किसान के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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